Rewari Life Long Blast: औद्योगिक क्षेत्र की Life Long Dharuhera में डस्ट कल्कटर फटने से घायल हुये 39 कर्मचारियों में से 10 की ईलाज के दौरान मौत हो गई है। जबकि 9 अभी भी ज़िंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे है।
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बता दे कि 16 मार्च को कंपनी के डस्ट कलेक्टर मे बलास्ट से 39 कर्मचारी झुलस गए थे। जिसमें से 16 मार्च की रात को 23 श्रमिको को पीजीआई रैफर किया गया था। बाद से 4 मरीजों की ज्यादा हालत गंभीर होने पर रोहतक से दिल्ली रैफर कर दिय गया था। दिल्ली में दो मरीजो की तथा रोहतक में 8 श्रमिकों की मोत हो चुकी है।
किसी का बुझा चिराग को तो किसी का उजडा सुहाग Rewari Life Long Blast
हादसे में सात श्रमिको की मौत हो चुकी है, वहीं एक दर्जन से अधिक जिंदगी मोत के बीच झुज रहे है। गोंडा के गांव तरबगंज के रहने वाला देवानंद अपने परिवार की इकलोती संतान थी। उसक मोत होने के बाद परिजनो पर पहाड टूट गया है। पिता रामगरीब का कहना है उसका तो चिराग ही बुझ गया है।
10 श्रमिकों की मौत: थाना धारूहेड़ा पुलिस के अनुसार 17 मार्च रोहतक से 8 श्रमिकों को दिल्ली रैफर किया गया था। 18 मार्च को दिल्ली अस्पताल में यूपी के बहराइच के गांव भाकरी निवासी विजय (35) ने दम तोड दिया था। वहीं 19 मार्च की रात को रोहतक पीजीआई में यूपी के मैनपुरी के गांव उसानिधा निवासी अजय (32), यूपी के गोरखपुर पोस्ट काकरखोर, गांव सेवल निवासी रामू (28), यूपी के फैजाबाद के गांव जखोली निवासी राजेश (38) तथा दिल्ली में यूपी के हरदोई के गांव कपूरपुर निवासी पकंज ने दम तोड दिया। वहीं 20 मार्च रात को अयोध्या के जंगीकापुरा के रहने वाले अमरजीत (38) ने तथा 21 मार्च को यूपी के गोंडा जिले के गांव रामगरीब निवासी देवानंद (22) ने भी दम तोड दिया।
वहीं शुक्रवार को यूपी के गोंडा गांव के तारबंज निवासी मनोज (25), बहराईच के गांव कपूरपुरा निवासी दीवेश (20) व यूपी के सिकराना निवासी धनशयाम(25) के रूप में हुई है। Rewari Life Long Blast
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उपायुक्त ने ली बैठक: सूत्रो से पता चला कि धारूहेडा में हुए हादसे को लेकर उपायुक्त राहुल हुड्डा ने उद्योगपत्तियो की बैठक ली। साफ कहा गया है सुरक्षा को लेकर कोई कोतााई नहीं बरती जाएगा। आशंका यह भी जताई जा रही है
कंपनी संचालक नहीं चाहते ही हादसे को लेकर ठेकेदार व कपंनी मालिक की गिरफ्तारी हो। वहीं दूसरी ओर यूनियन कर्मचारी ठेकेदार व कंपनी मालिक की गिरफ्तार की मांग कर रहे है।