रेवाडी: सुनील चौहान। इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आईजीयू) मीरपुर अब एमडीयू रोहतक की बजाय अपने खुद के नियम और कानूनों से संचालित होगी। इसके लिए कुलपति प्रो. एसके गक्खड़ ने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए विश्वविद्यालय के अपने नए नियम, कानून, कैलेंडर बनाने के लिए एक समिति का गठन किया। विश्वविद्यालय का सुचारू रूप से संचालन के लिए विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करते हुए नए नियम, कानूनों का प्रस्ताव रखेगी।
आईजीयू की स्थापना वर्ष 2013 में हुई थी। अब तक यह विश्वविद्यालय महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के नियम, कानूनों को अपनाकर कार्य कर रही है। इसलिए यह महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए कुलपति ने एक समिति का गठन किया है। यहां विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि नियम, कानून किसी भी संस्थान के लिए अति आवश्यक होते है और इससे कार्यप्रणाली में पारदर्शिता बढ़ती है।
इसी विषय को लेकर गत दिनों कुलपति ने समिति के सभी सदस्यों व कुलसचिव प्रो. प्रमोद कुमार के साथ विस्तृत मंत्रणा की। साथ ही निर्देश दिए कि यह काम जल्द सम्पन्न हो जाना चाहिए। कुलसचिव ने कहा कि समिति को किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए हर संभव मदद प्रदान की जाएगी। विश्वविद्यालय के विभिन्न प्रकार के कैलेंडर तैयार हो रहे हैं। इनको विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद में इसको अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
ये पदाधिकारी व सदस्य समिति में किए शामिल
इस महत्वपूर्ण समिति में अर्थशास्त्र विभाग से डॉ. सोनू मदान मुख्य समन्वयक की भूमिका निभा रही हैं। सह समन्वयक के रूप में परीक्षा शाखा के उप-कुलसचिव डॉ. नवीन पिपलानी, अर्थशास्त्र विभाग से डॉ. विकास बत्रा व खरीद एवं फरोख्त शाखा की सहायक कुलसचिव अंशु हैं।
इसके अलावा सदस्यों के रूप में डॉ. विजय हुडडा, प्रो. एससी. अरोड़ा, डॉ. भारती, डॉ. देवेन्द्र ढ़ाका, डॉ. रीना हुडडा, प्रो. वीरेंद्र कौशिक, डॉ. सविता स्योराण, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. सतीश खुराना,, प्रो. रोमिका बत्रा, प्रो. तेज सिंह, डॉ. सुमन, डॉ. राजेन्द्र, डॉ. रितु बजाज, डॉ. सुनील, डॉ. विजय कुमार, प्रो. ममता कामरा, डॉ. मीरा बाम्बा, सुशान्त यादव, डॉ. ईश्वर, डॉ. करण, डॉ. कुलदीप चौधरी, डॉ. रविन्द्र, प्रो. सुरेश कुमार, प्रो. मंजू परूथी आदि महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
एसओपी जारी… यूजी की परीक्षा 2.15 घंटे की होगी
आईजीयू ने जुलाई व अगस्त-2021 की सम-सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए मानक परिचालन प्रणाली (एसओपी) तय की है। इसकी अनुपालना परीक्षाओं में अपीयर होने वाले सभी विद्यार्थियों, परीक्षा से संबंधित सभी शिक्षक एवं गैर-शिक्षक कर्मचारियों के लिए आवश्यक होगी। यह एसओपी केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा जारी की गई कोविड-19 के दिशा-निर्देंशों एवं विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए तय की गई है।
सभी थ्योरी और प्रेक्टिकल परीक्षाएं अपने-अपने केन्द्रों में ऑफलाइन माध्यम से आयोजित की जाएंगी।
यूजी परीक्षाओं के लिए प्रत्येक दिन 2.15 घण्टे की 3 शिफ्ट होंगे।
पीजी व लॉ एण्ड फॉर्मेसी की परीक्षांए 3 घण्टे की दो शिफ्ट में होंगी।
एलएलबी और फॉर्मेसी को छोड़कर यूजी कक्षाओं में विद्यार्थियों को कोई 3 प्रश्नों के उतर देने होंगे
पीजी परीक्षाओं में कोई 4 प्रश्नों के उतर देने होंगे।
परीक्षा शाखा के निर्देशानुसार प्रायोगिक परीक्षा, स्व-अध्ययन पत्र, सेमिनार, औद्योगिक रिपोर्ट आदि आंतरिक रूप से ऑफलाइन आयोजित की जाएगी।