हरियाणा: बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ लो प्रेशर एरिया मध्य प्रदेश से होता हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कमजोर होकर यूपी के पश्चिमी भागो पर पहुँचने से और उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ होने से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में पिछले 24 घंटो में उत्तरी पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में हल्की से मध्यम, और कुछ स्थानों पर भारी व कहीं अतिभारी बारिश दर्ज की गई है।
बारिश का आकड़ा
चंडीगढ़ 84.0, दामला 91.5,यमुनानगर 68.5, अंबाला 53.2, अंबाला बराडा में 131.0 ,करनाल 27.6, कुरुक्षेत्र 2.5, सोनीपत 8.5, मेवात 19.2, महेंद्रगढ़ 79.5, सतनाली 45.0, कनीना 18.0, अटेली 8.0 और नारनौल व नांगल चौधरी में केवल बिखराव वाली हल्की बारिश और बुंदाबांदी ही देखने को मिलीं।
जबकि शेष हरियाणा में केवल सिमित स्थानों पर हल्की बिखराव वाली हल्की बूंदाबांदी की गतिविधियों को दर्ज किया गया है। हालांकि इस दौरान सम्पूर्ण इलाके पर बादलों ने डेरा जमा लिया था हरियाणा के पश्चिमी जिलों में इस साल के मानसून के शुरुआत से ही शेष हरियाणा से कम बारिश दर्ज हुई है। वुधवार को भी हरियाणा के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में ही हल्की से मध्यम बारिश जारी है। परन्तु कल से बारिश का दौर एक बार फिर से थमेगा केवल हरियाणा के उत्तरी हिस्सों पर जारी रहेगा और एक बार फिर से मानसून गतिविधियां कमजोर पड़ जाएगी।
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मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि जुलाई महीने में हरियाणा एनसीआर दिल्ली दो तीन जिलों को छोड़कर मानसून गतिविधियों में बढ़त रही जबकि अगस्त महीने में कमजोर मानसून की वजह से सम्पूर्ण इलाके में बारिश गतिविधियों में कमी रही। परन्तु बीच बीच में संजीवनी स्वरुप पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से कुछ जिलों में बारिश सामान्य से अधिक दर्ज हुई 1 जून से 23 अगस्त के दौरान हरियाणा में 369.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई जबकि इस दौरान हरियाणा में केवल 317.7 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है ।
जो सामान्य बारिश से 16% अधिक दर्ज हुई है केवल तीन जिलों फतेहाबाद हिसार जींद जिलों में इस दौरान सबसे कम बारिश दर्ज हुई है जबकि शेष 19 जिलों में सामान्य और सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज हुई है । वर्तमान परिदृश्य में मानसून टर्फ रेखा अपनी सामान्य स्थिति से उत्तरी पंजाब में फिरोजपुर से हरियाणा के अंबाला, बरेली, पटना, पश्चिम बंगाल में बालुरघाट और पूर्व-दक्षिणपूर्व में मिजोरम तक फैली हुई है।
परन्तु कल 24 अगस्त से मानसून ट्रफ लाइन पुनः हिमालय की तराई क्षेत्र की तरफ शिफ्ट होने से राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी होगी और एक बार फिर से एक सप्ताह के लिए मानसून ब्रेक की स्थिति बन जाएंगी केवल हरियाणा के उत्तरी हिस्सों में हल्की बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी और शेष हरियाणा एनसीआर दिल्ली में इस दौरान हीट क्लाउड यानि बीच बीच में हल्की बादल वाही देखने को मिलेगी और एक दो स्थानों पर छिटपुट बुंदाबांदी की संभावना है।
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हरियाणा एनसीआर दिल्ली में एक बार फिर से मौसम शुष्क बन जाएगा क्योंकि इस दौरान सम्पूर्ण इलाके में उष्ण आर्द्र गर्म पश्चिमी हवाएं चलने लगेगी और दिन व रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी सम्पूर्ण हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अगले दस दिनों के दौरान तापमान एक बार फिर से 40.0 और उससे अधिक दर्ज किया जाएगा यानी एक बार फिर से आमजन को उमस भरी पसीने वाली गर्मी के लिए आमजन तैयार हो जाएं ।
जिसकी वजह से आमजन को उमस भरी पसीने वाली गर्मी से रुबरु होना पड़ेगा। साथ ही इस दौरान तेज़ गति से धरातलीय हवाएं चलने की संभावना है। जिला महेंद्रगढ़ पर भी मौसम प्रणाली का आंशिक प्रभाव देखने को मिला इस दौरान सम्पूर्ण इलाके पर बादलों ने डेरा जमा लिया और हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर केवल बूंदाबांदी ही देखने को मिलीं इस मौसम प्रणाली द्वारा जिला महेंद्रगढ़ के उत्तरी हिस्सों में महेंद्रगढ़ सतनाली कनीना में अच्छी बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया जबकि जिला के दक्षिणी हिस्सों नांगल चौधरी अटेली और नारनौल में हल्की बारिश और बुंदाबांदी ही देखने को मिलीं ।