Haryana Spots News: बिना कोच कैसे जितेंगे मेडल, जानिए स्टेडियमों की हालात

SPOTS NETBAL

Haryana Spots News: खेलो को बढावा देने के लिए भले ही हरियाणा सरकार ने गांवो में व्यायामशाला तथा कस्बे में राजीव गांधी स्टेंंडियम बना दिए है। लेकिन सुविधाओं व कोच के अभाव ये केवल कागजो में अभ्यास तक सीमित है। हर साल खिलाडियों की ओर से सुविधाओं का लेकर आवाज उठाई जाती है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।

 

बिना कोच कैसे जीतेंगें मेडल

रेवाड़ी जिले की अगर बता करे तो कबड्डी, क्रिकेट, बास्केटबॉल, बैडमिंटन, स्विमिंग, लॉन टेनिस, जिम्नास्टिक और तीरंदाजी के कोच ही नहीं हैं। इसकी वजह से खिलाड़ियों को खुद अभ्यास करना पड़ता है। ऐसे में खिलाडी कैसे मेडल जीत सकेंगें। प्रतिस्पर्धा के चलते बिना अभ्यास व कोचिंग के चलते वे अपने राउड में दम तोड देते है।Haryana Spots News

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प्रशिक्षकों की कमी के चलते बास्केटबॉल, क्रिकेट, स्विमिंग, लॉन टेनिस व बैडमिंटन में खिलाड़ी अपेक्षित पदक नहीं जीत रहे हैं। इन खेलोें के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है। वहीं खिलाड़ी दूसरे खेलों को अपना रहे हैं।

जानिए किन खेल में रेवाडी बना टॉपर

राव तुलाराम स्टेडियम में बास्केटबॉल के दो कोर्ट बने हैं लेकिन दो साल से भी इनके लिए कोच ही नहीं है। सीमेंटेड कोर्ट भी खराब हो रहे हैं। गोल पोस्ट की जालियां भी गायब हैं। केवल कागजों मे खेलो की तैयारियां हो रही है।

रेवाड़ी में खिलाड़ियों ने सर्वाधिक मेडल तलवारबाजी में जीते हैं। इसमें 60 मेडल नेशनल और 100 से ज्यादा मेडल स्टेट स्तर पर खिलाड़ियों ने जीते हैं। एथलेटिक्स में 10 से ज्यादा खिलाड़ियों ने नेशनल में पदक जीता है।

पूरे हरियाणा में यही हाल है। अगर रेवाडी की बात करें तो बैडमिंटन, कबड्डी, क्रिकेट, बास्केटबॉल, स्विमिंग, लॉन टेनिस, जिम्नास्टिक व तीरंदाजी के कोच की जरूरत है।Haryana Spots News

बता दे कि हैंडबॉल के 2, बॉक्सिंग के 2, एथलेटिक्स के 2, फुटबॉल के 2, वालीबॉल के 2, कुश्ती का एक, वुशू का एक, तलवारबाजी का एक, खो-खो का एक, टेबल टेनिस के कोच कार्यरत हैं। जो खिलाडियों की संख्या के चलते कम है।Haryana Spots News

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जानिए क्या है जरूरत

सिंथेटिक ट्रैक नहीं बन पाया है। सिंथेटिक ट्रैक के लिए टेंडर हुआ है लेकिन वर्क ऑर्डर नहीं हुआ है।

रेवाड़ी कें राव तुलाराम स्टेडियम में बॉक्सिंग रिंग लगाने के लिए हॉल ही नहीं है। खुले आसमान के नीचे रिंग लगाया गया ।

जानिए कहां अच्छे ग्राउड: सूत्रोंं के अनुसार गुड़गांव, फरीदाबाद, रोहतक, अंबाला, सोनीपत, पानीपत, भिवानी, पंचकूला, यमुनानगर, करनाल, कुरुक्षेत्र, हिसार और जींद के नरवाना में सिंथेटिक ट्रैक बनाए गए हैं।

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राजीव गांधी खेल परिसर

रेवाड़ी जिले में 5 राजीव गांधी खेल परिसर हैं। इनमें धारूहेड़ा, आशियाकी पांचौर, मनेठी, गुरावड़ा, व कोसली में स्थित राजीव गांधी केल परिसर में कहीं पर बिल्डिंग जर्जर है। जो अन्य सुविधाएं नहीं है।Haryana Spots News

इतना ही नहीं सबसे ज्यादा दुरगति तो धारूहेड़ा की है। धारूहेड़ा खेल परिसर औद्योगिक क्षेत्र के बीच है । दूर होने व सुविधाओ के अभाव में खिलाड़ी अभ्यास के लिए नहीं पहुंच पाते है। धारूहेड़ा स्टेडियम की हालत खराब है। परिसर के आसपास कूड़ा-कचरे का ढेर लगा हुआ है।Haryana Spots News