Earthquakes: हरियाणा के कई जिलो में पिछले दो माह में कई जिलों में भूंकप के झटके आ चुके है। बार बार इस साल तेजी से भूकंप के झटके आते रहे हैं। वेज्ञानिको का कहना है कि ये भौगोलिक संरचना और टेक्टोनिक प्लेट्स की गतिविधियां हो सकती हैं। भूकंप के बार-बार आने से यह स्पष्ट होता है हमारा भोगिलिक वातावरण बिडगता जा रहा है।Earthquakes
सावधानी को लेकर करें जागरूक: एक बार कई बार भूंकप के झटके आ चुके है। ऐसें में हरियाणा सरकार और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत है। इतना ही नहीं भूकंप से निपटने की तैयारियों को मजबूत करने की जरूरत है।
प्रशसन की ओर से लोगों को भी भूकंप के दौरान अपनाई जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए ताकि आपता के समय बचाव किया जा सके।Earthquakes
बता दे कि हरियाणा यानि उत्तर भारत का क्षेत्र, सिस्मिक जोन IV और III में आता है। यानि ये एरिया भूकंप के प्रति संवेदनशील माना जातात है। सोनीपत जैसे शहरों में बार-बार झटकों का आना इस बात की ओर इशारा करता है कि कहीं न कही गडबड है ।Earthquakes
जानिए Earthquake के संभावित कारण:
- टेक्टोनिक प्लेट्स की गतिविधि: भारतीय और यूरेशियन प्लेट्स के टकराव की वजह से यह क्षेत्र सक्रिय रहता है।
- सिस्मिक फॉल्ट लाइनें: हरियाणा में कुछ फॉल्ट लाइनें हैं, जो छोटे और मध्यम भूकंपों का कारण बनती हैं
- जलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियां: खनन
- –डैम निर्माण और अन्य मानवीय गतिविधियां भी अप्रत्यक्ष रूप से भूकंप को Triger कर सकती हैं।
Earthquakes से बचने के उपाय व सावधानियां
- 1. भवन बनाते समय भूकंपरोधी तकनीक का उपयोग करें, ज्यादा उच्ची ईमारत नहीं बनाएं
- 2. उच्ची ईमारतों, घरों और स्कूलों में भूकंप के समय क्या करें, इसके लिए प्रशासन की ओर से लोगो को जागरूक करें।
- 3. भूकंप आने की सूचना पर तुरंत किसी मजबूत स्थान के नीचे छुपें।
- 4. भूंक आने पर खिड़कियों और भारी वस्तुओं से दूर रहें।
- 5. भूकंप आने पर लिफ्ट का उपयोग बिल्कुल न करें