मौसमदिल्लीबिहार विधानसभा चुनाव 2025CET 2025राजस्थानमनोरंजनराशिफलबिजनेसऑटो मोबाइलरेवाड़ीआध्यात्मिकअन्य

UPSC Success story: भिवानी में किसान के बेटे को मिली सफलता! पहले प्रयास में कलियर में यूपीएससी

On: May 13, 2025 4:41 PM
Follow Us:
UPSC Success story: Farmer's son got success in Bhiwani! UPSC in Kaliyar in first attempt

भिवानी के एक किसान के बेटे सचिन ने संघर्ष की नई कहानी लिखी है। जो यूपीएससी की तैयारी कर रहे हर बच्चे को प्रेरित करेगी। यह वही सचिन है जिसे एक स्कूल ने नाकाबिल समझकर निकाल दिया था। जब दूसरे स्कूल ने उसे स्वीकार किया तो अब उसने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली है। हम बात कर रहे हैं भिवानी के बड़ेसरा गांव के रहने वाले सचिन पंवार की। जिसके पिता गर्मी-सर्दी की परवाह किए बिना धरती का सीना चीरकर किसी तरह अपने परिवार का पेट पाल रहे थे। उन्होंने अपने बेटे सचिन को भिवानी के एक निजी स्कूल में पढ़ने के लिए भेजा था। लेकिन उस स्कूल ने उसे नाकाबिल समझकर निकाल दिया।

यह भी पढ़ें  Haryana News: यदुवंशी समाज की महापंचायत : 120 बहादुर फ़िल्म को लेकर दी चेतावनी

पिता को रिहा करवाने के लिए यूपीएससी परीक्षा हल की

इसके बाद सचिन पंवार ने दूसरे स्कूल में एडमिशन ले लिया। यहां उसने अपना खेल छोड़कर पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया। जल्द ही सचिन ने अपने पिता को रिहा करवाने के लिए यूपीएससी परीक्षा हल की और 612वीं रैंक हासिल की। वह संघर्ष की यह कहानी सुनाने और दूसरे बच्चों को प्रेरित करने के लिए अपने स्कूल आया था।

परिणाम से ज्यादा अपने प्रयासों में सफलता तलाशें

सचिन पंवार ने कहा कि यूपीएससी की तैयारी के लिए खूब पढ़ाई करनी पड़ती है। प्री परीक्षा के लिए 7-8 घंटे और मेन्स के लिए 10-10 घंटे की जरूरत होती है। सचिन का कहना है कि परिणाम से ज्यादा अपने प्रयासों में सफलता तलाशनी चाहिए। इस मुकाम को हासिल करने में उनके माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों ने उनका पूरा साथ दिया है।

यह भी पढ़ें  Rewari: फर्जी साइन कर बना दी डूंगरवास जोहड पर अवैध कब्जा व पानी ओवरफ्लों नहीं होने की रिपोर्ट

सचिन के गुरु समशेर सिंह ने सचिन के संघर्ष और सफलता के बारे में बताया कि सभी बच्चे बराबर हैं। लेकिन जब कोई बच्चा असफल होता है तो असल में वह बच्चा नहीं बल्कि माता-पिता और शिक्षक असफल होते हैं। उन्होंने कहा कि जब सचिन को दिशा मिली तो वह डीयू चला गया, जहां व्यक्तित्व का विकास होता है और प्रतिस्पर्धा में बाजी मारी जाती है।

Sunil Chauhan

मै पिछले दस साल से पत्रकारिता में कार्यरत हूं। जल्दी से जल्दी देश की की ताजा खबरे को आम जनता तक पहुंचाने के साथ समस्याओं को उजाकर करना है।

Join WhatsApp

Join Now

google-newsGoogle News

Follow Now