दिल्ली: पैट्रोल डीजल की रेट बढने के चलते अब लोग सीएनजी के साथ इलेक्ट्रिक वाहनो को पंसद कर रहे है। सरकार भी चाहती है लोग इलेक्ट्रिक वाहन ज्यादा यूज करे। इस के चलते अब देश के 100 से अधिक प्रमुख शहरों में हर 3 किलोमीटर पर और हाईवे पर हर 20 किलोमीटर पर इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाया जाएगेंंMFMB: खराब फसल मुआवजा के लिए पंजीकरण जरूरी, फटाफट करे MFMB Portal पर पंजीकरण
किया जा चुका शुभाांरभ: कुछ दिन पहले इलेक्ट्रिक चार्जिग स्टेशन को शुभाांरभ भी किया जा चुका है। सरकार की तरफ से भी इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा दिया जा रहा है।
भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा EV के प्रोत्साहन के लिए चलाई जा रही स्वास्थ्य एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ़ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के तहत पेट्रोलियम कंपनियों को चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए 800 करोड रुपए का आवंटन किया है.
तेजी से बढ़ रही इलेक्ट्रिक वाहनो बिक्री
पहले इलेक्ट्रिक कारों की कीमत काफी ज्यादा होती थी, जिस वजह से आम आदमी इन्हें खरीदने के बारे में सोच भी नहीं पाता था। अब कंपनियों की तरफ से भी इलेक्ट्रिक कारों को कम प्राइस में लांच किया जा रहा है तो आने वाले समय में इलेक्ट्रिक कार बजट में आनी शुरू हो जाएगी।
देश में अब धीरे- धीरे इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री भी बढ़ रही है। वहीं, कंपनियों की तरफ से भी इन कारों को बजट प्राइज में बनाया जा रहा है।
15000 से ज्यादा लगेगें चार्जिंग स्टेशन
पेट्रोल कंपनियों इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम अपने- अपने पेट्रोल पम्पो पर 15000 चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। अगले साल मार्च तक इन चार्जिंग स्टेशनों का काम भी पूरा हो जाएगा।सावधान: दिल्ली रेलवे मार्ग पर ये चार ट्रेने रहेगी बंद, जानिए क्यों?
मंत्रालय की ओर से अभी देश भर में 6,986 चार्जिंग स्टेशन है। अगले साल मार्च तक इनकी संख्या बढ़कर 15,000 से ज्यादा हो जाएगी। चार्जिंग स्टेशन पर चार्ज करने की दर राज्य विद्युत नियामक आयोग और संबंधित बिजली वितरण कंपनियां तय करेगी।
उद्योग मंत्री महेंद्रनाथ पांडे ने बताया कि पेट्रोल पंप पर लगने वाले 8000# में से आधे फास्ट चार्जिंग वाले स्टेशन होंगे। देश की सभी स्मार्ट सिटी और 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में हर 5 किलोमीटर पर लगाया जाएगा।
बता दें कि चालू वित्त वर्ष 2022- 23 मे इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रोत्साहन के लिए फेम- 2 स्कीम के तहत, 2400 करोड रुपए और आगामी वित्त वर्ष 2023- 24 में फेम- टू स्कीम के तहत, 2800 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है।