हरियाणा: गुरूग्राम साइबर सेल की जांच रिपोर्ट में ऐसे कई नाम सामने आए हैं। जिन्होंने 31 जुलाई को धार्मिक यात्रा के दौरान हिंसा से पूर्व और हिंसा के बाद इंटरनेट मीडिया को प्लेटफार्म बना पूरे जिला को जलाने का काम किया।
एक व्यक्ति ने हिंसा के पहले और हिंसा वाले दिन 305 भड़काऊ पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर डाली हैंHonda Manesar Wage Agreement: श्रमिकों के बच्चो को मिलेगी नौकरी, वेतन में 24,200 रुपये की होगी बढ़ोत्तरी
31 जुलाई को धार्मिक यात्रा के दौरान यात्रा में शामिल हिंदू संगठनों के लोगों पर गोली और पत्थर चला वाहनों को आग लगाने वालों के चेहरे धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं। जैसे जैसे सर्च हो रहा है तो कई चौकाने वाले परिणाम सामने आए हैं
एक युवक ने डाली 305 पोस्ट
पुलिस ने खुलासा किया है एक व्यक्ति ने हिंसा के पहले और हिंसा वाले दिन 305 भड़काऊ पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर डाली हैं। कई घर से ही आग में घी डालने का काम कर रहे थे।

इसके अलावा भी कई संदिग्ध ऐसे हैं जो एक विधायक के बेहद करीबी माने जाते हैं। ऐसे लोगों के गिरेबान तक हाथ पहुंचाने के लिए एसआइटी में शामिल पुलिस अधिकारी भी सोच-समझकर अपने कदम आगे बढ़ा रहे हैं।
हरियाणा में शिक्षकों की निकली है बंपर भर्ती
तीन कारिदे काबू
पुलिस की लिस्ट में एक ऐसा भी नाम है जिसके ऊपर आरोप है कि वह एक कदावर नेता के घर के सामने से ही हिंसा में शामिल मुस्लिम लड़कों को बड़ा कांड करने के लिए लगातार उकसा रहा था। पुलिस इस मामले में अरशद, तौफिक तथा उमरदीन को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य के कृत्य की जांच एसआइटी जांच कर रही है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल तक यह कह चुके हैं कि हिंसा का षडयंत्र सुनियोजित तरीके से किया गया था। इसके पीछे दूसरे जिलों के लोग भी शामिल हैं।
पुलिस अब तक की जांच में यही माना जा रहा है कि हिंसा केवल माेनू मानेसर तथा बिट्टी बजरंगी के विवादित बयान के बाद भड़की बल्कि इसके लिए साजिश पहले से की जा रही थी बस मौके की तलाश हो रही थी।
















