ओलावृष्टि के 24 धंटे बाद भी खेतो ने नहीं पिघले ओले
हरियाणा: हरियाणा में इस बार हुई बेमोसमी बारिश व ओलावृष्टि से किसानो को रूला दिया है। ओलावृष्टि के कहर ने अन्नदाता का हाल बेहाल कर दिया है। ओलावृष्टि का ऐसा खौफनाक मंजर देखने को मिला। 24 घंटे बीतने के बावजूद खेतों में पड़े ओले पिघले नहीं है। किसानो का कहना है 100 साल के उम्र में पहली बार ऐसा तबाही देखी है।BJP Meeting : कंवर सिंह खोला बने धारूहेडा भाजपा मंडल महामंत्री
100 साल की उम्र में नहीं देखी ऐसी ओलावृष्टि
गांव बुडीन से 100 वर्षीय बुजुर्ग महिला कलावती देवी की भयंकर ओलावृष्टि से हुई तबाही को बयां करते हुए आंखें भर आई. उन्होंने बताया कि आज तक ऐसी भयंकर ओलावृष्टि नहीं देखी थी. ओलावृष्टि से फसलों में बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है.
महेंद्रगढ के गांव बुडीन के एक किसान ने बताया कि अगले दिन सुबह बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लेने खेतों में पहुंचे तो नजारा देखकर हैरान रह गए। 24 घंटे बाद भी खेतों में ओले पड़े हुए थे। किसान का कहना है कि ओलावृष्टि ने गेहूं की फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है।
मंझर देख किसान हुए परेशान: उन्होंने बताया कि आजतक उन्होंने अपने जीवन में ऐसी भयंकर ओलावृष्टि नहीं देखी थी। पककर तैयार हो चुकी गेहूं की बालियां नीचे जमीन पर गिर पड़ी है। सरसों के खलिहानों में ओलों के आपस में चिपकने से 10 से 20 किलोग्राम के ढेर जम गए।
इस गांवो में ओलावृष्टि का कहर: महेंद्रगढ जिले के गांव बुडीन, भांखरी की ढाणी, खातोदड़ा, निंबेंड़ा, बलायचा और आसपास के गांवों में करीब 30 मिनट तक जमकर ओलावृष्टि हुई है।
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सरकार से मुआवजे की मांग
ओलावृष्टि से गांव में गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। ओलावृष्टि का ऐसा खौफनाक मंजर था कि 24 घंटे के बाद भी खेतों में ओले ज्यों के त्यों पड़े हुए थे। सूचना मिलते ही उपमंडल अधिकारी हर्षित कुमार ने मौके पर आकर मुआवना किया है।