Success Story: फरीदाबाद के सेक्टर 88 अमोलिक सोसाइटी में रहने वाली सृष्टि मिश्रा यूपीएससी परीक्षा में 95वी रैंक हासिल कर कामयाबी की नई कहानी लिखी है. सृष्टि की अधिकतर पढ़ाई देश से बाहर ही हुई है. 2018 में वह भारत लौटीं और सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की. अपने दूसरे ही प्रयास में उन्होंने सफलता अर्जित कर ली.
सृष्टि के पिता आदर्श कुमार मिश्रा भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी हैं और ब्राजील में नियुक्त हैं। मूलरूप में यूपी के जौनपुर की निवासी सृष्टि यहां ग्रेटर फरीदाबाद में अमोलिक सोसाइटी में अपनी मौसी सुनीता पांडेय के साथ रहती हैं। यहीं रह कर उन्होंने पहले स्नातक की पढ़ाई पूरी की और फिर यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं।
सृष्टि ने कहा कि उनके परिवार का यह सपना था कि बेटी आईएएस-आईपीएस अधिकारी बन कर देश और आम आदमी की सेवा करे। रोज आठ से दस घंटे तक पढ़ाई करने वालीं सृष्टि को पिता से ही प्रेरणा मिली।
असफलता से हारी नहीं
तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी सृष्टि पहले प्रयास में प्रीलिम्स भी क्लीयर नहीं कर पाईं थी। लेकिन, हिम्मत हारने के बजाय अगले ही दिन से दूसरे प्रयास की कड़ी तैयारी में जुट गईं।
सृष्टि के अनुसार जब वह पढ़ते हुए थक जाती थी तो खुद को आराम देने और तरोताजा होने के लिए नावल पढ़ती थीं और क्लासिकल डांस करती थीं।
सृष्टि ने अपनी कामयाबी का श्रेय माता-पिता के आशीर्वाद के साथ-साथ अपनी तीन मौसियों सुनीता पांडेय, अनीता मिश्रा व सोनी त्रिपाठी, मौसेरे भाई उपेन्द्र पांडेय व मौसी के परिवार के अन्य सदस्यों को दिया।

















