Rohtak News: रोहतक में MBBS परीक्षा में घोटाला, 2 कर्मचारी निलंबित

पंडित भगवत दयाल शर्मा विश्वविद्यालय ऑफ हेल्थ साइंसेज, रोहतक में एक बड़ा घोटाला
Rohtak News रोहतक में MBBS परीक्षा में घोटाला, 2 कर्मचारी निलंबित

Rohtak News: पंडित भगवत दयाल शर्मा विश्वविद्यालय ऑफ हेल्थ साइंसेज, रोहतक में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। यह घोटाला MBBS परीक्षा से जुड़ा हुआ है, जिसमें आरोप है कि कुछ कर्मचारियों ने छात्रों से पास होने के लिए 3 से 5 लाख रुपये लिए थे। जैसे ही यह घोटाला उजागर हुआ, विश्वविद्यालय ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 2 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। इसके अलावा, 3 आउटसोर्स्ड कर्मचारियों की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं। यह घोटाला उस समय सामने आया जब एक छात्र ने विश्वविद्यालय अधिकारियों से शिकायत की थी।

समिति का गठन और जांच प्रक्रिया

घोटाले के खुलासे के बाद, विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक जांच समिति का गठन किया है, जो इस मामले की पूरी जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट एक महीने के अंदर प्रस्तुत करेगी। इस समिति ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद, जो भी कर्मचारी या अधिकारी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानूनी और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

परीक्षा का समापन और छात्रों की स्थिति

2022 बैच की MBBS परीक्षा लगभग 10 दिन पहले समाप्त हो चुकी थी। वर्तमान में 2021 बैच की परीक्षा चल रही है, जबकि 2020 बैच की परीक्षा अभी शुरू नहीं हुई है। इस दौरान, छात्रों को इस घोटाले के कारण बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिन छात्रों के साथ धोखाधड़ी हुई है, उनकी परीक्षा की वैधता पर सवाल उठने लगे हैं, और उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है।

Rohtak News रोहतक में MBBS परीक्षा में घोटाला, 2 कर्मचारी निलंबित

आरोपों का खुलासा और कार्रवाई

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विश्वविद्यालय को 5 से 6 दिन पहले एक शिकायत मिली थी जिसमें कुछ दस्तावेज और वीडियो थे। इन दस्तावेजों और वीडियो में MBBS परीक्षा में धांधली और घोटाले की बातें सामने आई थीं। इस शिकायत के बाद, विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कर्मचारियों रोशन लाल और रोहित को निलंबित कर दिया। इसके अलावा, आउटसोर्स कर्मचारियों दीपक, इंदु बजाज और ऋतु की सेवाएं भी समाप्त कर दी गईं।

नतीजे की उम्मीद

जांच समिति ने अपनी जांच शुरू कर दी है और जांच के बाद, जवाबदेही तय की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कर्मचारियों के स्थानांतरण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है और उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया पर भी जोर दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद, दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

छात्रों के लिए उम्मीद

इस घोटाले के खुलासे के बाद, छात्र और उनके परिवार विश्वविद्यालय प्रशासन से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। छात्रों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पैसे दिए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें सही परिणाम नहीं मिला। ऐसे में यह घोटाला न सिर्फ छात्रों के भविष्य के लिए बल्कि विश्वविद्यालय की छवि के लिए भी गंभीर चुनौती बन गया है।

सख्त कार्रवाई का आश्वासन

पीजीआईएमएस के पब्लिक रिलेशंस विभाग के प्रभारी वरुण अरोड़ा ने कहा कि जांच के बाद, विश्वविद्यालय किसी भी दोषी को बख्शेगा नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन ने परीक्षा शाखा के कर्मचारियों को तत्काल स्थानांतरित कर दिया है और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी किया जाएगा। इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो।

रोहतक में MBBS परीक्षा में हुए घोटाले का खुलासा करने के बाद, विश्वविद्यालय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। अब जांच समिति मामले की गहन जांच कर रही है और रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह घटनाक्रम न सिर्फ रोहतक बल्कि अन्य विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक सख्त संदेश है कि परीक्षा और शैक्षिक व्यवस्था में किसी भी प्रकार की धांधली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।