कोसली: कोसली मे पुराने ओवरब्रिज को तोडकर नए बनाने को लेकर एक बार फिर विवादो में आा गया है। कोसली के दुकानदार यहां पर अंडरपास बनवाना चाहते है, वहीं कोसली के आस पास के लोग ओवरब्रिज बनाने की लेकर सीएम तक पहुंच चुके है।हरियाणा के 6207 गांवों को मिलेगी हाईस्पीड इंटरनेट सेवा, यहां देखिए जिला वाईस सूची
व्यापार मण्डल के प्रधान सुभाष गर्ग ने आरोप लगाया है कि ओवरब्रिज को आधा.अधूरा गिरा कर लोक निर्माण विभाग ने मनमानी की है। उन्होंने आरटीआई के तहत जानकारी मांगी है कि पुनरू निर्माण को लेकर जो पिलर पहले के मौजूद हैंए उनकी जांच किस एजेंसी ने की है और उसकी रिपोर्ट में क्या हैए इसकी प्रति दी जाए।
शुरू से ही विवादों में रहा है ओवरब्रिज : ओवरब्रिज चालू होते ही इसकी खामियां सामने आने लगी। गुणवत्ता पर ध्यान न देने के कारण भारी वाहनों के बोझ से ओवरब्रिज जर्जर हो गया। इसको सुधारने के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए। प्रशासन ने 2019 में ओवरब्रिज पर भारी वाहनों का संचलन बंद करा दिया।हरियाणा के 6207 गांवों को मिलेगी हाईस्पीड इंटरनेट सेवा, यहां देखिए जिला वाईस सूची
व्यापारियों ने कहा ब्रिज नहीं चाहिए: कोसली.रोहतक मार्ग पर स्थित जर्जर ओवरब्रिज गिराए जाने के बाद अब कोसली के व्यापारी अंडरपास बनाने की मांग कर रहे हैं। ओवरब्रिज के दोनों तरफ बाजार स्थित है। ऐसे में यहां लोगों और व्यापारियों को एक से दूसरी तरफ जाने के लिए छह किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। ऐसे में व्यापारी अंडरपास के पक्ष में हैं।
सरपंचो ने कहा अडंरपास नहीं चाहिए: 80 गांवों के सरपंचों ने हस्ताक्षर युक्त पत्र मुख्यमंत्री को भेजकर तीन मीटर के बनने वाले अंडरपास को रद्द करने की मांग की है।
दो सासल मे हुआ था तैयार: ओवरब्रिज का निर्माण कार्य 2010 में शुरू हुआ था और यह 2012 में तैयार हुआ था। सात साल में ही ओवरब्रिज जर्जर हो गया जिससे 2019 में इसपर भारी वाहनों का संचलन बंद कर दिया गया। इस वर्ष अगस्त में ओवरब्रिज को गिराया गया।Haryana: रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ASI गिरफ्तार
गुणवत्ता पर उठे सवाल: कोसली विधायक लक्ष्मण यादव ने 2019 में ओवरब्रिज की गुणवत्ता परखने की मांग की। निजी कम्पनी से गुणवत्ता की जांच करवाई गई तो ओवरब्रिज गुणवत्ता पर खरा नहीं उतरा। इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद विधायक ने ओवरब्रिज को तुड़वाकर बनवाने का प्रयास किया। बाद में ओवरब्रिज के पुनर्निर्माण के लिए टेंडर छोड़ा गया।