Rajasthan News: राजस्थान में अब बरोजगार युवकों की बल्ले बल्ले होने वाली है। राजस्थान सरकार एक ओर बरोजगार युवाओं को प्राइवेट फिल्ड में 1.5 लाख युवाओं को नौकरी दिलाएगा वही स्टार्टअप को नेटवर्किंग उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके लिए हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु में हेल्प डेस्क बनाई जाएगी।
युवा अपना उद्यम स्थापित करे: राजस्थान सरकार ने युवाओं से अपील की वे किसी से नौकरी लेने नहीं बल्कि देने वाला बने। युवाओं के लिए प्रदेश में विश्वकर्मा युवा उद्यमी योजना की शुरुआत की जाएगी। इसके लिए केंद्रीय बजट में स्कीम फॉर फर्स्ट टाइम एंटरप्रेन्योर शुरू की गई है। इसके तहत 25 हजार महिला, एससी-एसटी उद्यमी को लाभ दिलाया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत 2 करोड़ तक के लोन पर 8 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी और 5 लाख रुपए तक की मार्जिन मनी दी जाएगी। इसके लिए 150 करोड़ का प्रावधान। युवाओं को रोजगार परक प्रशिक्षण के लिए राजस्थान रोजगार नीति 2025 लाई जाएगी।
500 करोड़ रुपए के विवेकानंद रोजगार सहायता कोष की घोषणा। सरकारी विभागों व राजकीय उपक्रमों में 1 लाख 25 हजार पदों पर अगले वित्तीय वर्ष में भर्ती होगी।
50 हजार युवाओं को मिलेगा कौशल प्रशिक्षण: बता दे स्वरोजगार को बढावा देने सरकार प्रयासरत है। सरकार ने बताया कि स्टार्टअप को नेटवर्किंग उपलब्ध कराने के लिए हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु में हेल्प डेस्क बनाई जाएगी।
करियर काउंसिलिंग सेंटर होंगे स्थापित: राजस्थान सरकार युवाओं से नौकरियों के साथ अपने स्वयं के रोजगार को बढावा देना चाहती है।इसी लिए हर जिले में करियर काउंसिलिंग सेंटर की स्थापना की जाएगी। पहले स्तर पर 50 हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अलवर, अजमेर, बीकानेर में डिजिटल प्लानेटेरियम बनेंगे। भरतपुर, कोटा, अजमेर, बीकानेर के साइंस सेंटर में इनोवेशन हब की स्थापना होगी। इतना ही नहीं इसके लिए कोटा में विश्वकर्मा स्किल इंस्टीट्यूट की स्थापना 150 करोड़ रुपए से की जाएगी। जो रोजगार को बढावा देन मेें सहयोगी होगी।

















