Pollution Increased in Haryana: हरियाणा में खतरनाक स्तर तक पहुंचा AQI , 6 जिले रेड जोन में शमिल

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Pollution Increased in Haryana: हरियाणा में वायु प्रदूषण का जहर लगातार हवा में घुलता जा रहा है।  मंगलवार को हरियाणा के कई  शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक  300 को पार कर गया है। इतना ही धारूहेड़ा का 318 तथा भिवाडी को 328 पहुंच गया है। सबसे अहम बात यह है कि दीपावली के बाद एक्यूआई बढता ही जा रहा है। हरियाणा के छह जिले रेड जॉन में शामिल हो गए है।

 

हरियाणा के शहरों में प्रदूषण की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है।  लोगों को आखों में जलन और सांस संबंधी परेशानियां होने लगी है।  वहीं अब दिवाली पर पटाखों से प्रदूषण और बढ़ने के आसार है। इतना ही ही अधूरे पडे सडको से उड रही धूल व मिटृटी भी आफत बनी हुई है।Pollution Increased in Haryana

 

हल्की ठंड और हवा की कम रफ्तार में भी लोगों की मुसीबत बढ़ी हुई है।  खराब हवा के चलते सांस के मरीजों को मुश्किल हो रही है।  वहीं अब धीरे-धीरे तापमान घटने लगता है तो वायुमंडलीय सतह नीचे आ जाती है।  इससे प्रदूषण के कण ऊपर नहीं जा पाते हैं और वो वायुमंडल में ही घूमते रहते हैं।  इससे भी प्रदूषण बढ़ जाता है।Pollution Increased in Haryana

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जानिए हरियाणा में किस शहर का प्रदूषण है सबसे घातक
सोमवार दोपहर जारी किए एक्यूआई में हरियाणा का हिसार सबसे प्रदूषित शहर रहा। रात के समय यहाँ एक्यूआई 500 को पार कर गया। जबकि इसके बाद सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरो को लेकर फतेहाबाद रहा।Pollution Increased in Haryana

इतना नहीं नहीं खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक के कारण हरियाणा के हिसार, फतेहाबाद, गुरुग्राम और चरखी दादरी जिले रेड जोन में शामिल गए है। वहीं मंगलवार का धारूहेडा AQI 300 पार हो गया।

हरियाणा के 15 शहरों का बिगड़ा वातावरण
हरियाणा में 15 शहर ऐसे हैं, जहां का AQI अभी भी 250 से ज्यादा पहुंच गया है। इस शहरो मे? बल्लभगढ़, सिरसा, सोनीप, धारूहेड़ा, भिवानी, फरीदाबाद, जींद, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, नारनौल, रोहतक और यमुनानगर के नाम शामिल हैं।Pollution Increased in Haryana

कितना ठीक होता है एक्सूआई
वायु गुणवत्ता सूचकांक 0-50 के बीच रहना अच्छी श्रेणी में माना जाता है।  वहीं 51 से 100 के बीच यह संतोषजनक माना जाता है।  इसके अलावा 101 और 200 तक मध्यम, 201 से 300 तक हवा की खराब गुणवत्ता को बताता है।  वहीं वायु गुणवत्ता सूचकांक का 301 से 400 तक पहुंच जाना बहुत खराब और 401 से 500 तक AQI गंभीर माना जाता है।