Political News कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश कहा कि स्पष्ट तौर पर नजर आ रहा है कि हरियाणा में भाजपा अपना बहुमत खो चुकी है और अब राष्ट्रपति शासन लगाने का समय आ चुका है।
हरियाणा में बीजेपी सरकार से 3 निर्दलीय विधायकों द्वारा समर्थन वापस लेने पर उपजे सियासी संकट पर छाया हुआ है। जयराम रमेश ने कहा कि बीजेपी विधायकों की खरीद-फरोख्त (ऑपरेशन लोटस) करेगी, जिसके लिए वो मशहूर है।
पिछले दस सालों में उन्होंने बहुत से राज्यों में ऐसा किया भी है लेकिन यह साफ हो चुका है कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी अब ज्यादा दिन की मेहमान नहीं है.
कांग्रेस पार्टी की ओर से सूबे में उपजे सियासी संकट को लेकर आज आफताब अहमद और बीबी बत्रा राज्यपाल से मिलने चंडीगढ़ पहुंचे थे. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हम इस स्थिति में सरकार नहीं बनाना चाहते हैं।
राष्ट्रपति शासन की मांग: राष्ट्रपति शासन लागू हो और नए सिरे से सरकार का गठन होना चाहिए। हमारी पार्टी 3 महीने के लिए सरकार नहीं बनाना चाहती बल्कि नए सिरे से जनादेश के बाद नई सरकार बनाने के पक्ष में खड़ी हैं।
इसके साथ ही हमने राज्यपाल से मांग की है कि वे विधानसभा को भंग करें या फिर सत्र बुलाकर सरकार और सीएम को बहुमत साबित करने को कहें।
आफताब अहमद ने कहा कि लोकतंत्र की बहाली के लिए जरूरी है कि मौजूदा बीजेपी सरकार बहुमत साबित करें। उनके पास बहुमत नहीं है। इसलिए हम राष्ट्रपति शासन की मांग कर रहे हैं. नए सिरे से चुनाव हो।
अल्पमत में आ चुकी है सरकार
बीबी बत्रा ने कहा कि बीजेपी सरकार अल्पमत में आ चुकी है। JJP और INLD ने भी इस संबंध में राज्यपाल को पत्र लिखा है। हमारे 30 विधायक हैं। तीन निर्दलीय विधायकों द्वारा समर्थन वापस लेने पर विपक्ष के सदस्यों की संख्या 45 हो गई है जबकि सत्ता पक्ष के पास 43 विधायक हैं।
राज्यपाल किसी काम से तेलंगाना गए हुए हैं तो हमने सेक्रेटरी को ज्ञापन सौंप दिया है। लेकिन आगे क्या होगा ये तो समय ही बताएगा।