हरियाणा: मेवात बाहुल्य आबादी वाले नूंह की ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा देश ही नहीं विदेशों तक चर्चा में आ गई है। सोमवार को पूरे नूंह को छावनी में तबदील की दिया है। धार्मिक स्थलों के प्राचीन महत्व को पुनः लौटाने व धार्मिक संपत्तियों की रक्षा के लिए शुरू की गई यात्रा अनुमति नही मिलने के चलते इस बार नही निकाली जाएगी।Mewat News: ब्रजमण्डल जलाभिषेक यात्रा को लेकर बदलाव, यहां पढिए ताजा अपडेट
जानिए क्या है इसमें खास
विश्व हिंदू परिषद द्वारा करीब 3 साल पहले इस यात्रा की शुरुआत की गई थी। इस यात्रा का उद्देश्य मेवात जिले के तीर्थ स्थलों व ऐतिहासिक मंदिरों को फिर से भव्य स्वरूप देना है। मेवात दर्शन यात्रा के बहाने हरियाणा के अन्य जिलों से लोग आकर मेवात के पवित्र स्थलों के दर्शन कर सकेंगे व पुण्य लाभ कमाएंगे।
पहचान बचाने के लिए निकाली जाती है यात्रा
हरियाणा के नूंह जिले में काफी प्राचीन मंदिर है जो अपनी पहचान खोते जा रहे थे। इसी पहचान के बचाने के लिए करीब 3 साल पहले इस यात्रा की शुरुआत की गई थी। यात्रा के माध्यम से लोगो को एकजुट कर मेवात में पहचान खोते जा रहे मंदिर को बचाना है। धार्मिक स्थलों के प्राचीन महत्व को पुनः लौटाने व धार्मिक संपत्तियों की रक्षा के लिए ये यात्रा शुरू की गई थी।
इस दिन हुआ था बबाल
नूंह में 31 जुलाई को हिंदू संगठनों द्वारा निकाली जा रही थी। ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान जमकर बवाल हुआ था। इतना ही कुछ शरारती तत्वों ने बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा को रोकते हुए किया। जमकर पथराव और फायरिंग की। कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। छह लोगो की मौत हो गई थी, वही दर्जन लोग घायल हो गए थे।
मेवात में 85 फीसदी आबादी है अन्य सुमदाय की
मेवात जिले में हिंदू आबादी लगभग 15% है, जिससे यहां के प्राचीन व भव्य मंदिरों का महत्व खोता जा रहा है। इसके अलावा आसपास के दबंग लोग मंदिरों की जमीन पर कब्जा करने लगे हैं। हिंदू आबादी कर होने के चलते यहां पर एक सुमदाय का कब्जा बढता ही जा रहा है।Mewat News: ब्रजमण्डल जलाभिषेक यात्रा को लेकर बदलाव, यहां पढिए ताजा अपडेट
हरियाणा पुलिस ने नहीं दी अनुमति
हरियाणा पुलिस ने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि 28 अगस्त 2023 को नूंह जिले में जलाभिषेक यात्रा के लिए जिला प्रशासन नूंह द्वारा अनुमति नहीं दी गई है। इसलिए सभी से अनुरोध है कि वे इस यात्रा में शामिल होने के लिए नूंह न जाएं। इससे पहले जलाभिषेक यात्रा को लेकर विश्व हिंदू परिषद के नेता सुरेंद्र जैन ने कहा था कि यह यात्रा केवल वीएचपी की नहीं बल्कि पूरे हिंदू समाज की है।
















