हरियाणा: नूंह में हुई हिंसा के बाद राज्य के नौ जिले गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, झज्जर, यमुनानगर, सोनीपत, पानीपत और जींद संवेदनशील घोषित कर दिए गए हैं। इन जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। इतना ही नही आज कई जिलो में बाजार भी बदं रहेगें।प्रॉपर्टी आईडी : रेवाड़ी के चार वार्डो के लिए कैंप आज
नूंह में सोमवार को हुई हिंसा के बाद अभी भी वहां तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस तनाव का असर आसपास के जिलों में देखने को मिल रहा है। नूंह की हिंसा धीरे धीरे एनसीआर में सुलगने लगी है।
पानीपत पहुंचा अभिषेक का शव: नूंह मे हुए उपद्रव में मारे गए पानीपत के नूरवाला के रहने वाले अभिषेक का शव मंगलवार रात को पहुंचा। शव पहुचते ही एक बार माहौल गर्म हो गया है। डीसी ने पानीपत जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है।
पानीपत नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट ने कहा कि जिन लोगों ने मासूम हिंदुओं की हत्या की जंग की शुरुआत की हैं, वे अंजाम भी भुगतने को तैयार रहें। निहत्थो पर वार करने वालो को जरूर जबाब दिया जाएगा।
फिर हुआ माहोल गर्म: नूंह में हुए पानीपत के नूरवाला के रहने वाले अभिषेक हत्याकांड के माहौल गर्म होने लगा है। जिसके चलते DC ने तत्काल प्रभाव से धारा 144 लागू कर दी है।
पानीपत में बंद रहेगा आज बाजार: परिषद के जिला मंत्री पुनीत बत्रा ने सनौली रोड स्थित काशी गिरी मंदिर में एक मीटिंग का आयोजन किया था। जिसमें उन्होंने पानीपत बंद का आह्वान किया था। विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर पानीपत के बाजार प्रधानों ने भी बाजार बंद करने के फैसले का समर्थन किया है।Haryana: CID फैल: सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर की वीडियो वारयल होते ही रची गई थी उग्रवाद की पटकथा
सोनीपत में भी अलर्ट: नूंह में हिंसा के बाद सोनीपत पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर आ गया है। डीसीपी मुख्यालय वीरेंद्र सिंह ने सोनीपत में धारा-144 लगा दी है। यह आदेश 20 अगस्त तक जारी रहेंगे। सडक़ों के साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगा दी है।
किसी भी असामाजिक तत्व को शांति भंग नहीं करने दी जाएगी। साथ ही किसी भी कार्यक्रम के आयोजन के लिए पुलिस की अनुमति लेना आवश्यक है। बिना अनुमति के कोई कार्यक्रम नहीं करने दिया जाएगा।Haryana: कानून व्यवस्था दुरुस्त नहीं, उत्पात रूकवाने में सरकार नाकाम: डा राजपाल यादव
कर्फ्यू लगाने की आश्ंका
नूंह के अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और झज्जर जिला को संवेदनशील मानते हुए गृह विभाग की ओर से इन जिलों के पुलिस आयुक्तों व पुलिस अधीक्षकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। स्थिति बिगड़ने पर कर्फ्यू लगाने के अधिकार भी इन जिलों के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को प्रदान किए जा चुके हैं।
सीआइडी चीफ आलोक मित्तल ने संभाला मोर्चा
किसी भी समुदाय या वर्ग विशेष की भीड़ कहीं इकट्ठी नहीं हो पाए, इस तरह के प्रबंध करने को कहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज संवेदनशील जिलों के पुलिस अधिकारियों से पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। डीजीपी पीके अग्रवाल और सीआइडी चीफ आलोक मित्तल ने सोमवार से ही नूंह-गुरुग्राम में मोर्चा संभाला हुआ है।कई शहरों में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट द्वारा धारा-144 लगाई हुई है।