Haryana News: राशन डिपो के अनाज की चोरी रोकने का नया तरीका, सरकार अपनाएंगी अब ये तकनीक, ट्रक चालको की उडी नींद

GPS

हरियाणा: हरियाणा में राशन डिपो ​के​ लिए भेजे जाने वाले राशन चोरी करने वालो की अब खैर नहीं है।सरकार ने अनाज की चोरी रोकने के लिए एक बड़ा फैसला लिया हैं। विभाग की ओर से लगभग 25 हजार ट्रकों के लिए GPS ट्रैकिंग प्रणाली शुरू की जाएगी।सिक्स लेन ग्रीन हाइवे का निर्माण कार्य शुरू, हरियाणा की जेवर एयरपोर्ट से होगी सीधी कनेक्टिविटी

 

25 हजार ट्रकों पर लगेंगे जीपीएस

चोरी रोकने के लिए बनाए गए प्रोजेक्ट के तहत अनाज ले जाने वाले वाहन चालकों, जोकि मुख्य रूप से गेहूं और चावल ले जाते हैं, उसकी जबाब देही तय हो सकेगी। इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार 37.5 लाख रुपये खर्च करेगी।

सरकार ने अनाज की चोरी रोकने क लिए विभाग के लगभग 25 हजार ट्रकों के लिए GPS ट्रैकिंग प्रणाली शुरू करने का निर्णय लिया है। इसी साल यह योजना सिरे चढा दी जाएगी।खुशखबरी: रेलवे विभाग की नई पहल, अब इस ट्रक पर स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस उतारने की तैयारी

नियमित होगा सुपरविजन केंद्र से होगा
निगरानी प्रणाली के हिस्से के रूप में, मानचित्र पर वाहनों की वास्तविक समय की प्लॉटिंग के लिए एक मानचित्र प्रणाली को सॉफ्टवेयर में इकट्ठा किया जाएगा, जिसे निगरानी केंद्रों द्वारा ट्रैक किया जा सकता है

ट्रैकिंग सिस्टम हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और संचार प्रौद्योगिकियों का एक संयोजन था। ट्रैकिंग प्रणाली अनाज के रिसाइकिलिंग और फर्जी बिलिंग को रोकने और पारदर्शी खरीद सुनिश्चित करने में भी काफी सहायता करेगी।

लोकेशन बदलेते ही पहुचंगी टीम: ट्रक की लोकेशन पर नजर रहेगी। जैसे ट्रक चालक राशन चोरी के लिए लाकेशन चेंज करेंगे तो टीम उसे पकड लेगी।Haryana news: नई वोट बनवाओ, जीतो लैपटॉप और स्मार्टफोन, जानिए कैसे करे अप्लाई

क्यों उठाया ये कदम: बार बार राशन डिपो होल्डर व ट्रक चालकों की मिलीभगत से राशन की न केवल कालाबाजरी हो रही हैं वहीं दूसरी मिलों में सीधाराशन अनाज पहुंच जाता है। हांलाकि राशन की गडबड़ी ओडिट में पकडी तो जाती है, लेकिन अगर फूड सप्लाई के अधिकारी ही जब इस खेल में शामिल हो इस घोटाले का पता चलाने में काफी समय लग जाता है।