हरियाणा: आय के फर्जीवाडे पर अंकुश लगाने के लिए बनाए जा रहे परिवार पहचान पत्र सरकार के गले के फास बन गए है। एक बार फिर परिवार पहचान पत्र (PPP) बनाने के दौरान राशन कार्ड काटे जाने के मामले में सरकार बैकफुट पर आ गई है।Haryana: दूषित पानी की समस्या को लेकर केंद्रीय मंंत्री से मिले धारूहेडा के लोग
मुख्यमंत्री ने आग्रह किया कि जो परिवार आर्थिक रूप से समृद्ध हैं वे स्वेच्छा से सरकारी लाभ छोड़ दें ताकि जरूरतमंद परिवारों को इसका फायदा मिल सके। बताया जा रहा है अधिकाश लोगो ने आय अधिक होने के बावजूद कम आय दिखाकर इस योजना का दुरूपयोग किया जा रहा है।
विरोध के बाद दोबारा से बनाए रोशन कार्ड
परिवार पहचान पत्र मे गलत आय दर्शान से काफी लोगो के राशन कार्ड काट दिए गए थे। लोगों के विरोध और हंगामे के बाद परिवारों ने दोबारा राशन कार्ड बनवाना शुरू कर दिया हैै
ऑडियो कांफ्रेंसिंग कार्यक्रम के दौरान उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार पहचान पत्र में आय संबंधी त्रुटियों के कारण जिन 2.30 लाख परिवारों के राशन कार्ड काटे गए थे, उनके राशन कार्ड फिर से बनवाए गए हैं।
Haryana Job News: चरखी दादरी में लगेगा रोजगार मेला, यहां जानिए योग्यता व सैलरी
इतन लोग बन चुके है परिवार पहचान
राशन कार्ड कटने के बाद कई टीमों को तैनात कर परिवारों का सर्वे किया गया। इतना ही नहीं, पहले बीपीएल की आय पात्रता सीमा एक लाख 20 हजार रुपये सालाना थी जिसे हमने बढ़ाकर एक लाख 80 हजार रुपये कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिकायतें आती थीं कि पात्र लोगों के राशन कार्ड नहीं बने हैं और अपात्रों को तरह-तरह के लाभ मिलते हैं। इसके लिए, वर्तमान राज्य सरकार ने एक नया प्रयोग करते हुए प्रदेश के लगभग 72 लाख परिवारों के लिए परिवार पहचान पत्र बनवाए हैं।
12 लाख बने नए राशन कार्ड
उन्होंने कहा कि खाकी राशन कार्ड यानी ओपीएल श्रेणी को समाप्त कर राज्य सरकार ने इसे बीपीएल कार्ड की श्रेणी में जोड़ दिया है। अब पात्र लोगों को ही सरकारी सुविधाओं का लाभ मिल रहा है।
परिवार पहचान पत्र के माध्यम से स्वचालित राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की और जनवरी माह में लगभग 12.5 लाख नए राशन कार्ड बनाए जा चुके हैं। किसी भी गरीब का हक ही छीना जाएगा। कम आय वाले प्रत्येक परिवार का राशन कार्ड बनाया जा रहा है।