New Ring Road: हरियाणा की धार्मिक नगरी कुरुक्षेत्र को अब एक अच्छी तरह से बनी रिंग रोड (Ring Road) मिलने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहर के विकास के लिए 250 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, जिनका बड़ा हिस्सा इस रिंग रोड (Ring Road) के निर्माण में लगाया जाएगा। यह जानकारी हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Chief Minister Nayab Singh Saini)ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (International Gita Festival) की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
सीएम सैनी (CM Saini) ने बताया कि देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए और शहर के ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए रिंग रोड (Ring Road) बनाना बहुत जरूरी था। यह राशि सिर्फ रिंग रोड (Ring Road) के निर्माण के लिए नहीं, बल्कि शहर की अन्य बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी खर्च की जाएगी। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में ही कुरुक्षेत्र को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का संकल्प लिया था और यह फंड उसी लक्ष्य की ओर एक बड़ा कदम है।New Ring Road
इस साल होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (International Gita Festival) में विदेश मंत्रालय की खास भूमिका है। मंत्रालय के जरिए 24 देशों के प्रतिनिधियों को इस महोत्सव में बुलाया गया है, जिससे यह आयोजन सचमुच अंतरराष्ट्रीय बन जाएगा। सीएम सैनी (CM Saini) ने बताया कि अब कुरुक्षेत्र सिर्फ तीर्थस्थल नहीं रह गया, बल्कि यह एक ग्लोबल आकर्षण का केंद्र बनने लगा है।
महाभारत की घटनाओं और गीता के संदेशों को जीवंत रूप में पेश करने के लिए ज्योतिसर में एक आधुनिक अनुभव केंद्र लगभग तैयार हो चुका है। इसके साथ ही कृष्णा सर्किट परियोजना के तहत कुरुक्षेत्र के अलावा पिंजौर गार्डन की मरम्मत और टिक्कर ताल की सुंदरता बढ़ाने का काम भी किया जाएगा। इन सभी पहलों का उद्देश्य पूरे इलाके को पर्यटन के लिहाज से एक समृद्ध और आकर्षक सर्किट बनाना है।New Ring Road
250 करोड़ रुपये की इस केंद्रीय मदद से कुरुक्षेत्र के बुनियादी ढांचे खासकर यातायात व्यवस्था में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है। रिंग रोड (Ring Road) शहर की सड़कों पर भीड़ कम करेगी और तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को आसान बनाएगी। गीता महोत्सव (Gita Festival) के जरिए विदेशों से भी लोग जुड़ेंगे और नए पर्यटन प्रोजेक्ट्स कुरुक्षेत्र को भारत के सांस्कृतिक नक्शे पर एक महत्वपूर्ण वैश्विक गंतव्य बनाने में मदद करेंगे।

















