Mobile Tower fraud: टावर लगाने के नाम पर दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड इंस्पेक्टर से आठ लाख की ठगी : बोले- 15 साल का एग्रीमेंट, 23 हजार प्रतिमाह किराया

हरियाणा :  रोहतक जिले में ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। ठग किसी भी वर्ग के व्यक्ति को अपना ‌शिकार बना रहे हैं। अब जिले के गांव बलियाणा के रहने वाले दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के रिटायर्ड इंस्पेक्टर से ठगी की गई है। ठगों ने रिटायर्ड इंस्पेक्टर को टावर लगाने के नाम पर अपना शिकार बनाया है। उन्होंने रिटायर्ड इंस्पेक्टर से 7.48 लाख रुपए ठग लिए। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

ऐसे जीता रिटायर्ड इंस्पेक्टर का विश्वास

आईएमटी थाना पुलिस को दी शिकायत में धर्मबीर ने बताया कि वह गांव बलियाना का रहने वाला है। वह दिल्ली ट्रैफिक पुलिस से रिटायर्ड इंस्पेक्टर है। उसके पास 2019 दिसंबर में कौशिना राय नाम की महिला का फोन आया था। उसने खुद को एयरटेल की कंपनी की कर्मचारी बताया। कौशिना के साथ-साथ एआरकेए नामक के शख्स ने भी उससे बात की। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी मोबाइल टॉवर लगवाती है। उसने उन्हें कहा कि वह उन पर कैसे यकीन करे तो उक्त दोनों ने टॉवर लगवाने के फायदे गिनवाने शुरू किए।

उन्होंने बताया कि आप जो भी रुपए जमा करवाएंगे, वह कंपनी के खाते में आ जाएंगे, जिसे कोई भी निकलवा नहीं सकता। जब कंपनी के खाते में रुपए कन्फर्म हो जाएंगे तो आपकी जगह का किराया मिलने लगेगा। इतना ही नहीं, आपको एक सिक्योरिटी गार्ड के रूप में कंपनी रखेगी और हर माह आपको सिक्योरिटी गार्ड का वेतन भी आपको मिलेगा। जब आपके यहां टावर लग जाएगा तो ये जमा किए गए रुपए आपको वापस मिल जाएंगे। इन सब का कंपनी के साथ लिखित में एग्रीमेंट होगा। यह सब सुनकर वह उनकी बातों में आ गया और ठगी का शिकार हो गया।

अलग-अलग ‌तरह से और अलग-अलग तारीखों में ठगे रुपए

ठगों ने रिटायर्ड इंस्पेक्टर से 24 जुलाई 2020 को कंपनी के खाते में 12500 रुपए लिए। 28 जुलाई को फिर इसी कंपनी के खाते में 10 हजार रुपए लिए। 4 अगस्त को एक दूसरी कंपनी के खाते में 66 हजार रुपए लिए। 20 अगस्त को 1 लाख 10 हजार रुपए, 2 सितंबर को एक और कंपनी के खाते में 1 लाख, 14 सितंबर को 2 लाख 23 रुपए डलवाए। 25 सितंबर को एक और कंपनी के खाते में 50 हजार रुपए, 3 अक्टूबर को 1.80 लाख रुपए, 5 अप्रैल 2021 को 20 हजार रुपए डलवा लिए। पीड़ित के मुताबिक, ठगों ने यह सब राशि कभी टॉवर सेट करने के नाम पर, कभी जीएसटी टैक्स के नाम पर, कभी बैंक टैक्स के नाम पर तो कभी एनओसी लेने के नाम पर लिए। सारी राशि टॉवर लगते ही वापस कर देने की भी बात कही थी।

बड़ा लालच ये दिया था

ठगों ने धर्मबीर को लालच दिया गया कि कंपनी उसके साथ 15 साल तक के लिए एग्रीमेंट करेगी। जिसका 23 हजार रुपए प्रति माह किराया मिलेगा। इतना ही नहीं, कंपनी उसे सिक्योरिटी गार्ड के तौर भी इसी टॉवर की निगरानी में रखेगी।‌ जिसका 10-12 हजार रुपए वेतन मिलेगा। साथ ही कंपनी 40 लाख रुपए एडवांस भी देगी। सब कुछ सही रहने पर कंपनी एग्रीमेंट को बढ़ा भी सकती है।

ठगों के हौंसले बुलंद, अभी भी कर रहे फोन

इतने रुपए हड़पने के बाद ठगों ने एक बार धर्मबीर से नाता तोड़ दिया था। उनका मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ था। उन्होंने रुपए भी वापस नहीं लौटाए। लेकिन कुछ ही समय बाद कौशिना राय से उसका दोबारा संपर्क हुआ। उसने अपने रुपए वापस मांगे तो उसने फिर से आश्वासन दिया कि टॉवर जरूर लगेगा, अब आप 25 हजार रुपए और जमा करवा दो। आरोपी महिला ठग अभी भी लगातार फोन कर रही है।