दिल्ली: मार्च के महिन मे बारिश व ओलावृष्टि से आम जन को बहुत नुकसान हुआ है। भारतीय मौसम विभाग का अनुमान है कि दक्षिण के प्रायद्वीपीय इलाकों और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों को छोड़ दें तो इस साल अप्रैल से लेकर जून तक देश के ज्यादातर हिस्सों में गर्मी सामान्य से ज्यादा पड़ेगी।Style – Power का कोंबो: लोग हो रहे इस बाइक के दीवाने
इस बार ज्यादा सतायेगी लू का मौसम: मौसम विभाग के अनुसार मध्य भारत, पूर्वी और पश्चिमोत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में लू की मार भी ज्यादा सताएगी। बिहार, झारखंड, यूपी, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब और हरियाणा में लू वाले दिन ज्यादा रहेंगे।
15 अप्रैल से बढेगी गर्मी: मौसम विभाग कहना है कि राहत की बात यह कि अप्रैल के पहले 15 दिनों में देश के ज्यादातर हिस्सों में ज्यादा गर्मी नहीं होगी। इस दौरान लू चलने के आसार भी नहीं हैं। बाद के पंद्रह दिनों में गर्मी असर दिखाएगी।
कब होती है लू की घोषणा
लू की घोषणा तब की जाती है, जब मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री से ज्यादा हो या सामान्य से 4.5 डिग्री अधिक हो। तटीय इलाकों में तापमान 37 और पर्वतीय इलाकों में 30 पार करने पर लू माना जाता है।CM मनोहर लाल ने किया दो दिवसीय C20 शिखर सम्मेलन का शुभारंभ
फरवरी रही सबसे गर्म: इस साल फरवरी सबसे गर्म रहा, लेकिन मार्च का मौसम काफी अलग रहा। सात पश्चिमी विक्षोब आने से मार्च में देश में सामान्य से अधिक बारिश हुई। साल 2022 में मार्च का महीना 121 सालों में सबसे गर्म रहा था।
बिजली गिरने से इतने लोगो की हुइ मौत:
मार्च में बारिश के साथ् बिजली गिरने से देशभर में 60 जानें गई है। इतना ही नहीं 15 लोग घायल हुए। बताया जा रहा है इससे 40 से ज्यादा मवेशी मारे गए। वहीं, भारी बारिश से 7 जानें गईं और 29 लोग घायल हुए।