हरियाणा: हरियाणा में गोतस्करो का गिरोह तेजी अपने पैर पसार रहा है, लेकिन हरियाण मे गोरक्षक भी कम नहीं है। धीरे धीरे गोरक्षक की फौज बनती जा रही है। मोनू मानेसर ने एनसीआर में एक बडी फोज तैयार कर दी है। हाईवे से गुजरने वाले गोतस्करो की पुलिस ने पहले सूचना मिलती है। बस यही उसकी फोज की कामयाबी है।Rajasthan news: 76.42 करोड़ रुपए खर्च, नो साल बीतने के बाजवूद नही बुझी प्यास
गुरुग्राम के गांव मानेसर का रहने वाला 28 साल का मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर 8 साल पहले तक एक साधारण आम लड़का था। उसकी गौरक्षा में रुचि थी। जिसके बाद वह बजरंग दल से जुड़ा और एक आम कार्यकर्ता के रूप में काम करने लगा।
फिर आया चर्चा में: राजस्थान के 2 मुस्लिम युवक जुनैद-नासिर को बोलेरो गाड़ी में जिंदा जलाने के केस में हरियाणा के मोनू मानेसर का नाम फिर चर्चा में है। हालांकि उसने सफाई दी कि इस केस से कुछ लेना-देना नहीं लेकिन जुनैद-नासिर का परिवार उसी पर आरोप लगा रहा है।
2019 को मोनू को लगी थी गोली
गौ-तस्करों का पीछा करते समय तस्करों ने उसे गोली भी मार दी थी। गोली लगने से मोनू गंभीर रूप से घायल हो गया था। ठीक होने के बाद मोनू ने घर बैठने की बजाय गो-तस्करों के खिलाफ और बड़ा अभियान छेड़ा और अपने नेटवर्क को कई अन्य जिलों में फैलाते हुए खुलेआम गौ-तस्करों को चुनौती भी दी।
20 दिन में तीसरी बड़ी घटना में आया नाम: पिछले 20 दिनों की बात करें तो मोनू मानेसर का नाम तीसरी बड़ी घटना में सुर्खियों में आया है। बात 28 जनवरी की है। भिवाड़ी-तावडू रोड पर सेंट्रो कार में सवार वारिस व उसके साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी सेंट्रो गाड़ी एक टैंपो से टकराई थी।
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छ साल में खड़ा कर दिया मजबूत नेटवर्क
साल 2016 तक उसने खुद को गौरक्षा दल का प्रमुख चेहरा बनाने के लिए अपना नेटवर्क एक्टिव किया। उसके मुखबिरों का नेटवर्क हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी, नूंह, सोनीपत, पलवल और झज्जर समेत कई शहरों में खड़ा हो गया।
मोनू मानेसर का नेटवर्क ऐसा है कि गो-तस्करी के मामले में पुलिस के पास बाद में सूचना पहुंचती है, पहले मोनू के ग्रुप को पता चल जाती है। उसकी टीम में काफी सारे युवा शामिल है।
7 फरवरी को पटौदी में फायरिंग
गुरुग्राम के कस्बा पटौदी में हुई फायरिंग से जुड़ा है। यहां की एक लड़की ने दूसरे समुदाय के लड़के के शादी कर ली थी। बाद में दोनों पक्षों के बीच काफी तनाव हुआ और उसमें मोनू मानेसर भी अपनी टीम के साथ पहुंच गया।
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लोहारू की घटना में फिर उछला नाम
भरतपुर के रहने वाले जुनैद और नासिर की मौत के बाद अब मोनू मानेसर फिर से विवादों में आ गया है। भिवानी के लोहारू में इन दोनों मुस्लिम युवकों की बोलेरो गाड़ी में जली हुई लाश कंकाल के रूप में मिली है। परिजनों ने मोनू और उसकी टीम पर हत्या करने का आरोप लगाया है।
मोनू मानेसर पर पहले भी गुरुग्राम में कई मुकदमे दर्ज हुए, लेकिन ये मुकदमे किन्ही कारणों से वापस ले लिए गए। उस समय यह चर्चा रही कि मोनू के डर और पुलिस में उसके रसूख के चलते यह मुकदमे वापस लिए गए हैं।
सोशल मीडिया पर पकड:
मोनू मानेसर सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहता है। उसके फेसबुक पर 80 हजार तो यूट्यूब पर 2 लाख फॉलोवर्स है। कथित गौ-तस्करों को धमकी और रोड पर उनके साथ मुकाबला करते हुए कई बार मोनू मानेसर और उनकी टीम के वीडियो सामने आते रहे है।
कुछ दिन पहले ही गुरुग्राम में बगैर टायर सड़क खाली रिम से चिंगारी निकलती गाड़ी दौड़ाते हुए वीडियो सामने आया था। जिसमें कुछ लोग गाड़ी से गाय भी फेंकते नजर आ रहे थे। बाद में मोनू मानेसर की टीम ने ही उन्हें पीछा कर पकड़ा था। यह वीडियो भी खूब पसंद किया गया।