Haryana: सरकार व विभागों द्वारा लोगों के लिये शहर को ज्यादा सुविधाजनक बनाये जाने का दावा किया जा रहा है, किन्तु कस्बे में दर्जनों ऐसी कालोनियां ऐसी है जहां पर मकानों, स्कूलों व ईमारतों के ऊपर से हाई टैन्शन तार का खतरा लगातार बना हुआ है।
हाई टैन्शन तारों को हटाने के लिये सरकार ने पहले वाले बजट को बढ़़ा कर रेवाड़ी में 200 करोड़ रुपये कर दिया है। बिजली विभाग को मुख्यमंत्री व बिजलीमंत्री ने जरुरी दिशा निर्देश भी जारी किये है, परंतु विभाग की तरफ से इस दिशा में धरातल पर कोई भी कार्य होता नजर नहीं आ रहा है, जबकि सैंकड़ों घरों, स्कूलों व ईमारतों के ऊपर से गुजररही तारों हर समय लोगों को जान का खतरा बना हुआ है। इन तारों के कारण बहुत से लोग अपनी जान भी गवां चुके है।
घरो के उपर से गुज रही हाईटेशन लाईन: आकेडा गांव की नारायण विहार कालोनी से हाइटेंशन लाईन के तार घरों के उपर से गुजर रहे है। ये लाईन करीब 1960 में बिछाई गई थी। उस समय यहां पर खेत ही खेत थे। आजकल पूरी बस्ती बस चुकी है। लोगों का कहना है करीब 40 साले पहले कालोनी विकसित हुई थी।
पहले भी जा चुकी है कई: हाईटेंशन तारें धारूहेड़ा के लिए आफत बनी हुई है। पहले भी धारूहेड़ा में हाईटैंशन तारो की वजय से कई जानें जा चुकी हैं हर साल हादसो होने पर विभाग इस हटाने की रणनीति तैयार कर सकता है लेकिन पूर्णतया यह योजना सिरे नहीं चढ पाती है जिसका खामियाज लोगो को भुगतना पडता रहा है।
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ये हाईटेंशन लाईन मउ लोकरी से मेवात की ओर जा रही है। जो करीब 80 साल बिछाई गई थी। अब लोग इसके नीचे मकान बनाने लगे है। लोगो को बार चेतावनी दी जा रही है फिर भी इसक नीचे मकान बना रहे है तो गल्त है।
मोहित, एसएसई, एचवीपीएन