हरियाणा: मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करना तो जायज है, लेकिन हिसार में कर्मचारियो ने रोडवेज कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लागू नहीं करने पर बुधवार को मुख्य बस अड्डे के दोनों गेट बंद कर ताले लगा दिए। यात्रियो का कहना है वे दो घंटे बसों मे फंसे रहे गर्मी के चलते बच्चों का रो रो कर बुरा हाल हो गया।
सरकार करे कार्रवाई
यात्रियो का आरोप है कर्मचारियो की मांगो को लेकर गेट पर ताला लगाना गलत है। जिन लोगो को कहीं जाना था वे बस स्टैंड पर फंस गए। दो घ्ंटे तक यात्रियो को बडी परेशानी झेलनी पडी। गेट पर ताला लगा होने से वे बहार भी नही आ सके।दीवाली से पहले सीएम मनोहर लाल ने हरियाणा पुलिस को दिया तोहफा, जानिए क्या होगा फायदा

नारे बाजी कर किया प्रदर्शन
कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। दो घंटे बसों का चक्का जाम करने से हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अपने समय पर गंतव्य तक नहीं पहुंच सके। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।
सांझा मोर्चा के पदाधिकारियों के नेतृत्व में रोडवेज का चक्का जाम किया गया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि पिछले काफी समय से मांगें लंबित चल रही हैं। कई बार रोडवेज महाप्रबंधक से मिल चुके है। मगर मांगों को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को कंफर्म नहीं करना, कर्मचारियों का टीए और डीए नहीं देना, 2016 के चालकों को समय पर वेतन नहीं देना आदि मांगें शामिल हैं।Asian games: नहीं आई माता पिता की दुवाएं काम, टॅाप में तीन में नहीं आ सकी हरियाणा की रूबिना
ये लोग रहे मौके पर मौजूद
इस मौके पर राजकुमार चौहान, राजबीर दूहन, नरेंद्र खरड़, नरेंद्र सोनी, अमित जुगलान, जितेंद्र शर्मा, अरुण शर्मा आदि पदाधिकारी मौजूद रहे। बता दें कि रोडवेज महाप्रबंधक राहुल मित्तल के साथ सांझा मोर्चा के पदाधिकारियों की मंगलवार को बैठक हुई थी। डेढ़ घंटे तक चली बैठक में मगर मांगों पर कोई सहमति नहीं बनी। इस पर सांझा मोर्चा ने दो घंटे चक्का जाम करने का ऐलान कर दिया था।
















