अनाज मंडी में लगा सरसों का ढेर, नहीं हो रहा उठान
Haryana: तीसरे दिन भी अनाज मंडियों में आवक नहीं होने से MSP गेहूं की सरकारी खरीद शुरू नहीं हो पाई है। गेहूं में नमी ज्यादा होने के कारण गेहूं मंडियों में बहुत कम पहुंच रहा है। वहीं सरसो का उठान नहीं होने से मडियां अटी हुई है।
जिले की रेवाड़ी, कोसली और बावल अनाज मंडी में सरसों की आवक बढ़ती जा रही है। तीनों अनाज मंडियों में 2 लाख 44 हजार 639 क्विंटल सरसों की आवक हुई है। इसमें से एक लाख 10 हजार 928 क्विंटल सरसों का उठान हुआ है।
महज इनता ही हुआ उठान: अभी 1 लाख 33 हजार 711 क्विंटल सरसों का उठान होना है। भुगतान की राशि साथ में ही जारी की जा रही है। 9 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है।
दूसरी तरफ तीसरे दिन भी अनाज मंडियों में आवक नहीं होने से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू नहीं हो पाई है। गेहूं में नमी ज्यादा होने के कारण गेहूं मंडियों में बहुत कम पहुंच रहा है। इसके अलावा काफी किसान गेहूं की कटाई में लगे हुए हैं।
अगर गेहूं मंडी में एकदम से पहुंचने लगा तो समस्या हो जाएगी। कारण यह है कि सरसों उठान का कार्य काफी धीमा चल रहा है। कम से कम 70 प्रतिशत तक उठान अभी तक हो जाना चाहिए था। सरसो खरीद में कोसली रेवाडी से भी आगे है।
जानिए कितनी हुई MSP खरीद (क्विंटल)
रेवाड़ी 53115
कोसली 125270
बावल 66251
जानिए किस गांव की कब होगी खरीद
04 अप्रैल : धारूहेडा, महेश्वरी, भटसाना, रसगण, लाखनौर, अकबरपुर, नान्धा, बलवाडी, पीथडावास, बधराना, बेरवाल, चिरहाडा, रामसिंहपुरा, रसियावास, साबन, मुकन्दपुर बसई, गुजरवास, झाल, जाहिदपुर, कोसली, दिदौली, ढोकिया,
05 अप्रैल : मौलावास, कान्हावास, बाम्बड, फतेहपुरी, मांढैया कलां, कालका, पैदयावास, शहबाजपुर, पांचौर, अलावलपुर, भाडावास, बनीपुर, बाधौज, किशनपुर, रायपुर, गुर्जर माजरी, जयसिंहपुर खेड़ा, झाड़ौदा, झोलरी, लुला अहीर, मलेशियावास, हालुहेड़ा, हांसावास
06 अप्रैल शनिवार : मीरपुर, गोकलपुर, ततारपुर ईस्तमुरार, सुनारिया, पंचलई, बगडवा, सांपली, टींट, तिहाडा, नागंल उगरा, नांगल शहबाजपुर, नंगली परसापुर, अलावलपुर, जुड्ड़ी, कारोली, मुन्दड़ा, मुरलीपुर, बेरली कलां, बालधन खुर्द
गेहूं की आवक है कम ?
गेहूं की मंडी में आवक कम होने के सवाल पर सत्यप्रकाश बताया कि तीन दिन पूर्व जिले के कई गांवों में ओलावृष्टि हुई और गेहूं की तैयार फसल कुछ तो भीग गई और कुछ बहुत खराब हो गई. जिस कारण अभी मंडी में गेहूं की कम आवक हुई है.
लेकिन सरकार खरीद के लिए पूरी तरह तैयार है और इस बार पहले की तरह उठान में भी कोई परेशानी नहीं होगी. उठान प्रक्रिया लगातार जारी है. हरियाणा में एक अप्रैल से गेहूं की खरीद हो रही है. जबकि सरसों की खरीद पहले से हो रही है. हरियाणा गेहूं और सरसों का प्रमुख उत्पादक है.