Haryana: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय रत्नावली हरियाणा दिवस समारोह का उद्घाटन करेंगे। इस समारोह को यादगार और भव्य बनाने के लिए चौदह समितियाँ गठित की गई हैं। समारोह में हरियाणवी संस्कृति, कला और लोक परंपराओं को प्रदर्शित करने के विशेष प्रयास किए जाएंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और युवा कलाकार
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने अधिकारियों को दिए गए निर्देशों में कहा कि इस वर्ष का रत्नावली समारोह बहुत ही विशेष होगा। समारोह के दौरान हरियाणवी संझी कला और हरियाणवी भाषा को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे। इसके साथ ही लगभग 3,500 युवा कलाकार राज्य के विभिन्न हिस्सों से आएंगे और चार दिनों तक छह मंचों पर हरियाणवी लोक संस्कृति का अद्भुत प्रदर्शन करेंगे। इस आयोजन के माध्यम से हरियाणवी सांस्कृतिक विरासत और लोक कला को प्रदर्शित किया जाएगा।
हरियाणवी व्यंजन और स्वरोजगार प्रदर्शनी
समारोह में केवल सांस्कृतिक प्रदर्शनी ही नहीं होगी, बल्कि हरियाणवी व्यंजन भी उपस्थित लोगों को परोसे जाएंगे। इसके अलावा, आत्मनिर्भर भारत को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न प्रदर्शनी स्टॉल लगाए जाएंगे, जिनमें स्थानीय उत्पाद और स्वरोजगार के अवसर प्रदर्शित किए जाएंगे। कुलपति ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि इस वर्ष का रत्नावली समारोह सबसे विशेष और यादगार होना चाहिए, जिससे हरियाणा की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान को मजबूती मिले।
समितियों का संगठन और कार्य विभाजन
चार दिन के इस भव्य समारोह की व्यवस्था 14 समितियों और उनके 78 सदस्यों द्वारा देखरेख की जाएगी। पंजीकरण और यातायात समिति के संयोजक डॉ. आनंद कुमार होंगे, जिनके साथ डॉ. रश्मि चौधरी, डॉ. सुमन बाला, डॉ. मोनिका, डॉ. सुरजीत कुमार और NSS प्रोग्राम अधिकारी कार्य करेंगे। हर समिति का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि समारोह सुचारू रूप से चले और सभी कार्यक्रम समय पर और व्यवस्थित तरीके से आयोजित हों। इस प्रकार, रत्नावली हरियाणा दिवस समारोह राज्य की सांस्कृतिक धरोहर और लोक कला का एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा।

















