Haryana Rain: भारी बारिश के कारण प्रदेश के 10 जिलों में किसानों को भारी नुकसान हुआ है। बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से 1 लाख एकड़ फसल बर्बाद हो गई, जिससे 615 गांवों के किसान संकट में हैं। सरकार ने इस आपदा को गंभीरता से लेते हुए E-Kshatipurti Portal को खोल दिया है, ताकि प्रभावित किसान अपनी क्षति का विवरण दर्ज कर सकें।
Haryana Rain Impact (हरियाणा में बारिश का असर)
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने बताया कि जो किसान पहले से सरकारी योजना में पंजीकृत नहीं हैं, वे E-Kshatipurti Portal के माध्यम से अपना नुकसान दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए उनका ‘Meri Fasal, Mera Byora’ Portal पर पंजीकरण होना जरूरी है।
Chief Minister Nayab Singh Saini ने सभी जिला उपायुक्तों को प्रभावित क्षेत्रों की रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए थे। रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने 10 जिलों में पोर्टल को सक्रिय कर दिया है, जिससे किसान अपनी फसल क्षति की जानकारी दर्ज कर सकते हैं।
Haryana Rain Affected Districts (प्रभावित जिले)
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा के 10 जिलों में बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान हुआ है:
- Ambala: 166 गांव
- Bhiwani: 20 गांव
- Hisar: 7 गांव
- Charkhi Dadri: 9 गांव
- Yamunanagar: 78 गांव
- Jind: 66 गांव
- Rewari: 81 गांव
- Palwal: 19 गांव
- Nuh: 9 गांव
- Mahendragarh: 160 गांव
पहले से ही Jind जिले के लिए E-Kshatipurti Portal खोला गया था, लेकिन किसानों द्वारा जानकारी अपलोड करने के बाद इसे बंद कर दिया गया था। अब इसे फिर से शुरू किया गया है।
Haryana Farmers Help (किसानों के लिए सरकार की मदद)
- सरकार ने E-Kshatipurti Portal को सभी प्रभावित जिलों के लिए खोल दिया है।
- किसान अब अपने नुकसान की रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज कर मुआवजे के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को जल्द से जल्द राहत प्रदान की जाए।
Haryana Crop Damage (फसल नुकसान की स्थिति)
राज्य के कई जिलों में गेहूं, सरसों और दलहनी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि फसलें कटाई के लिए तैयार थीं, लेकिन बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि ने उन्हें पूरी तरह बर्बाद कर दिया।
हरियाणा के किसानों के लिए यह कठिन समय है। सरकार ने E-Kshatipurti Portal के जरिए सहायता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रभावित किसान जल्द से जल्द Meri Fasal, Mera Byora Portal पर पंजीकरण कर मुआवजे के लिए आवेदन कर सकते हैं।

















