Haryana Pollution: हरियाणा की हवा इन दिनों फिर से बहुत खराब हो गई है। सुबह बाहर निकलते ही आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है। पूरे प्रदेश में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है और कई शहरों की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है। धुआं, धूल और औद्योगिक प्रदूषण मिलकर लोगों की सेहत के लिए बड़ा खतरा बन गए हैं।
भिवानी, यमुनानगर, अंबाला, पंचकुला और चरखी दादरी जैसे शहरों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब है। खासकर चरखी दादरी का AQI 287 तक पहुंच चुका है, जो चिंताजनक है। लेकिन हरियाणा में सबसे खतरनाक स्थिति फरीदाबाद की है। यहां का औसत AQI 571 है, जो बेहद खतरनाक माना जाता है। इसका मतलब है कि हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि स्वस्थ लोगों की भी सेहत पर असर पड़ सकता है और पहले से बीमार लोगों के लिए यह हालात और भी जोखिम भरे हैं। फरीदाबाद के सेक्टर 16A जैसे इलाकों में AQI 420 दर्ज किया गया है, जो बेहद गंभीर स्थिति को दर्शाता है। पूरे शहर में धुंध छाई हुई है और बाहर निकलते ही सांस लेना मुश्किल लगता है।
फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में स्थिति थोड़ी बेहतर है, लेकिन वहां भी हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में ही है। यहां का AQI 169 तक पहुंचा है, जो बुजुर्गों, बच्चों और दमा या एलर्जी से पीड़ित लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
गुरुग्राम में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब है। सेक्टर 57, 49 और 65 में AQI 340 से 366 के बीच दर्ज किया गया है, जो खतरनाक स्तर है। यहां के औद्योगिक क्षेत्र, ट्रैफिक जाम और निर्माण कार्य प्रदूषण को और बढ़ा रहे हैं।
इस खराब स्थिति को देखते हुए सभी को सावधानी बरतनी जरूरी है। बाहर निकलते वक्त मास्क पहनना चाहिए, भारी शारीरिक मेहनत से बचना चाहिए और बच्चों व बुजुर्गों को खास ध्यान देना चाहिए। प्रदूषण सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि हमारी सेहत पर गंभीर खतरा है। इस समय हरियाणा की हवा हमारे लिए गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। हमें खुद और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना होगा।

















