Haryana News: हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की ओर से 28 सितंबर 2025 को आयोजित गणित के सहायक प्रोफेसर की स्क्रीनिंग परीक्षा विवादों में घिर गई है। यह परीक्षा 163 पदों के लिए आयोजित की गई थी। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि आयोग द्वारा 1 अक्टूबर को जारी की गई आंसर-की में 15 प्रश्नों के गलत उत्तर को सही दिखाया गया है। साथ ही, लगभग 20 से अधिक प्रश्नों में मिसप्रिंट पाए गए हैं।
इन गलतियों के कारण परीक्षा में 90% से अधिक अभ्यर्थी न्यूनतम अंक पाने में असफल हो सकते हैं। अब तक आयोग को इस संबंध में 300 से अधिक शिकायतें भेजी जा चुकी हैं। रोहतक निवासी कई अभ्यर्थियों ने खुलासा किया कि प्रश्न संख्या 3, 5, 9, 11, 15, 17, 19, 20, 22, 36, 38, 39, 48, 50, 80 और 90 गलत हैं, जबकि आंसर-की में इन्हें सही बताया गया है।
अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि प्रश्न संख्या 23, 35, 77 और 81 सिलेबस के बाहर थे। इस वजह से अधिकांश परीक्षार्थियों को 25 से कम अंक मिले हैं। इससे 90% से अधिक अभ्यर्थियों की मेरिट पर असर पड़ा है। इससे पहले 10 अगस्त 2025 को आयोजित हिंदी के सहायक प्रोफेसरों की स्क्रीनिंग परीक्षा पर भी सवाल उठ चुके थे, जिसमें आयोग ने 10 से अधिक प्रश्नों के गलत विकल्प सही दिखाए थे।
गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार के शोधार्थी अमित पंघाल ने कहा कि आयोग अभी तक यह स्पष्ट नहीं कर पाया कि मेरिट कितने अंकों से तय होगी और गलत सवालों के लिए क्या कार्रवाई होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री और HPSC से इस मामले पर स्पष्टता व सार्थक निर्णय लेने का अनुरोध किया है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के शोध छात्र आशीष, गुरुग्राम के निरंजन शर्मा और कालका की उन्नति ने भी शिकायत में बताया कि अब्सट्रैक्ट अल्जेब्रा बाय गैलियन, मैथमेटिकल एनालिसिस बाय सविता अरोरा और एन इंट्रोडक्शन टू लीनियर अल्जेब्रा बाय कृष्णमूर्ति जैसी किताबों से संबंधित सवालों में भी गलतियां हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा केवल सब्जेक्ट की समझ को परखने के लिए थी, लेकिन इसे अत्यधिक कठिन बना दिया गया, जिससे बड़ी संख्या में उम्मीदवार मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे।

















