Haryana News: फरीदाबाद में खुलेआम मांस बेचने वालों के खिलाफ नगरपालिका ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। यह कदम नागरिकों से आई शिकायतों के बाद उठाया गया है। सोमवार को नगरपालिका मुख्यालय में आयोजित शिकायत निवारण शिविर के दौरान यह मामला सामने आया, जहां नगरपालिका आयुक्त ए. मोना श्रीनिवास ने इन मामलों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। यह मामला नागरिकों के स्वास्थ्य और सफाई से संबंधित है और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। आयुक्त ने इस मुद्दे को प्राथमिकता से लिया है, और अब नगरपालिका खुलेआम मांस बेचने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने जा रही है।
खुलेआम मांस की बिक्री पर प्रतिबंध
फरीदाबाद में कई जगहों पर खुलेआम मांस बेचा जा रहा था, जो न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक था बल्कि आसपास की सफाई को भी प्रभावित कर रहा था। मांस के खुलेआम बिकने से गंदगी फैलने की संभावना थी, जिससे कई प्रकार की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता था। आयुक्त ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से सार्वजनिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और यह नगर निगम के साफ-सफाई के प्रयासों के खिलाफ है।
इसी कारण नगरपालिका ने एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके तहत खुलेआम मांस की बिक्री करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि नगरपालिका किसी भी स्थिति में खुलेआम मांस बेचने वालों को बर्दाश्त नहीं करेगी और जो लोग इस अवैध काम में लिप्त होंगे, उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस विशेष अभियान के दौरान नगरपालिका अधिकारी उन स्थानों की पहचान करेंगे जहां खुलेआम मांस बेचा जा रहा है और उन्हें तत्काल बंद कर दिया जाएगा।
गैरकानूनी साप्ताहिक बाजारों पर कार्रवाई
फरीदाबाद में अन्य एक महत्वपूर्ण मुद्दा अवैध साप्ताहिक बाजारों का था। बल्लभगढ़ क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे साप्ताहिक बाजारों की शिकायतें नागरिकों से आई थीं। इन बाजारों के बारे में कहा गया था कि ये बाजार सरकारी भूमि पर कब्जा करके चलाए जा रहे हैं, जिससे यातायात में बाधा उत्पन्न हो रही है और क्षेत्र की सफाई पर भी असर पड़ रहा है। इन बाजारों के कारण स्थानीय लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, और इस मुद्दे को भी नगरपालिका ने गंभीरता से लिया।
आयुक्त ए. मोना श्रीनिवास ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इन अवैध बाजारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और जो लोग इन बाजारों को चला रहे हैं और उनका समर्थन कर रहे हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। इन बाजारों की अनियमितता और अस्वच्छ स्थिति को सुधारने के लिए नगरपालिका जल्द ही इनकी सफाई और नियमितीकरण के लिए कदम उठाएगी। इसके अलावा, इन बाजारों में ग्राहकों की सुरक्षा और यातायात की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए नगरपालिका ने अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं।
सार्वजनिक सुविधाओं की समस्या पर भी ध्यान दिया गया
शिकायत निवारण शिविर के दौरान कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई। इनमें पानी की कमी, सीवेज की समस्याएं, सड़क प्रकाश व्यवस्था और संपत्ति पहचान जैसे मुद्दे शामिल थे। कई नागरिकों ने बताया कि उनके क्षेत्र में पानी की भारी कमी हो रही है, जिसके कारण उन्हें पानी की आपूर्ति में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आयुक्त ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
इसके अलावा, सीवेज समस्या भी एक प्रमुख मुद्दा था। कई नागरिकों ने शिकायत की थी कि सीवेज लाइनें अवरुद्ध हो गई हैं और इससे गंदगी का जमा होना शुरू हो गया है, जिससे सड़कों पर पानी और कीचड़ फैलने लगा है। इस समस्या को भी आयुक्त ने प्राथमिकता से हल करने का निर्देश दिया। नगरपालिका अधिकारियों को सीवेज प्रणाली की सफाई और सुधार के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए कहा गया है।
सड़क प्रकाश व्यवस्था भी एक अन्य महत्वपूर्ण समस्या थी। कई क्षेत्रों में अंधेरे के कारण अपराध की घटनाएं बढ़ रही थीं। इस समस्या का समाधान करते हुए आयुक्त ने अधिकारियों को उन क्षेत्रों में अतिरिक्त लाइट्स लगाने के निर्देश दिए, जहां अंधेरे की वजह से लोग असुरक्षित महसूस कर रहे थे। इसके अलावा, उन्होंने सभी संबंधित विभागों को हर क्षेत्र की सड़क प्रकाश व्यवस्था का सत्यापन करने और जरूरत के अनुसार सुधार करने के लिए कहा।
जनता की असुविधा को नहीं सहा जाएगा
आयुक्त ए. मोना श्रीनिवास ने शिविर में यह स्पष्ट किया कि नगरपालिका किसी भी हालत में जनता की असुविधा को सहन नहीं करेगी और न ही गैरकानूनी दुकानों और बाजारों को बर्दाश्त करेगी। उनका कहना था कि नगरपालिका का उद्देश्य शहर में स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है, और इसके लिए वे सभी जरूरी कदम उठाएंगे। उनका यह भी कहना था कि अवैध बाजारों और खुलेआम मांस की बिक्री को रोकने के लिए नगरपालिका हर संभव कदम उठाएगी। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि नगरपालिका का ध्यान केवल सफाई पर नहीं बल्कि नागरिकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर भी है।
आवश्यक कार्रवाई और कदम
शिकायत निवारण शिविर के बाद, नगरपालिका के अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करना शुरू कर दिया। उन्होंने उन स्थानों की पहचान की जहां खुलेआम मांस बेचा जा रहा था और इन स्थानों पर छापेमारी की गई। इसके साथ ही, उन्होंने अवैध बाजारों के खिलाफ भी अभियान चलाया और सरकारी भूमि पर कब्जा कर चलने वाले इन बाजारों को बंद करने के निर्देश दिए। नगरपालिका ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अवैध गतिविधि की जानकारी उन्हें दें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
नगरपालिका आयुक्त ने कहा कि यह केवल शुरुआत है और वे आने वाले समय में अधिक सख्त कदम उठाएंगे ताकि शहर में सफाई और सुरक्षा की स्थिति बेहतर हो सके। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे भी नगर निगम के प्रयासों में मदद करें और शहर को साफ और सुरक्षित बनाने के लिए सहयोग दें।
फरीदाबाद नगरपालिका ने नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से लिया है और उन पर त्वरित कार्रवाई की है। खुलेआम मांस की बिक्री और अवैध बाजारों के खिलाफ उठाए गए कदम निश्चित रूप से शहर में सफाई और सार्वजनिक स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार लाने में मदद करेंगे। नगरपालिका का यह कदम अन्य शहरों के लिए भी एक उदाहरण हो सकता है, जहां खुलेआम मांस की बिक्री और अवैध बाजारों की समस्या गंभीर बनी हुई है।