Haryana News: धारूहेड़ा कस्बे में नव विक्रम संवत्सर 2082 और श्री रामनवमी के पावन उत्सव पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माध्यम चार जगह महायज्ञ आयोजन किया गया। समाज कल्याण के लिए इस मंगलमय महायज्ञ में धारूहेड़ा के निवासियों ने बढ़ चढ़कर अपनी आहुति अर्पित की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से रविवार का चार जगह महायज्ञ किया गया
- द्वारकाधीश सिटी
- कापड़ीवास शिव मंदिर
- सेक्टर 4 शिव मंदिर
M2K सोसाइटी शिव मंदिर
आचार्य यशदेव जी ने बताया कि हमारी संस्कृति पुरातन है और अविनाशी है जिसका अनुमान हम सृष्टि संवत से लगा सकते है। वर्तमान में सृष्टि संवत 1960853126 (1 अरब 96 करोड़ 8 लाख 53 हजार 126 वर्ष) है। अर्थात इस सृष्टि की उत्पति को इतना समय हो चूका है और तब से ही सनातन सभ्यता जीवंत है।
उन्होंने बताया कि श्री राम की पूजा तब सार्थक होगी जब हम श्री राम के आदर्शों पर चलना सीख जाएंगे और अधर्म के विरुद्ध निडरता से सामना करेंगे और सत्य के मार्ग पर चलते हुए धर्म का की रक्षा करेंगे। और कर्म को ही प्रधानता देंगे।
नगर कार्यवाह राजेश ने बताया कि संघ के 100 वें वर्ष में प्रवेश करने पर संघ का लक्ष्य है कि प्रत्येक घर में धर्म और राष्ट्र की सेवा करने वाला स्वयंसेवक हो।
इस मौके पर नगर शारीरिक शिक्षण प्रमुख लोकेश नेमहायज्ञों की रुपरेखा का निर्वाहन किया। इस मौके पर सुभद्रपाल, देवेन्द्र, धर्मपाल , अरुण, जनार्दन , विश्वदीप , मोहित , इंद्र , सुनील, हरिनारायण , डॉ ऋषिपाल , लाल सिंह , दिनेश व स्वयंसेविक समिति की कार्यवाह विनीता मोजूद रही।
















