Haryana news : हरियाणा वासियों के लिए अच्छी खबर आई है। कलेसर नेशनल पार्क में फिर से पर्यटकों की चहल-पहल नजर आएगी। पर्यटक हाथी, तेंदुआ, हिरण, सांभर समेत अन्य वन्य प्राणियों को देख सकेंगे। अक्टूबर के बाद प्रवासी पक्षियों का भी हथनीकुंड बैराज पर पहुंचना शुरू हो जाएगा।
ऐसे में यह दृश्य पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षिक करने में और भी ज्यादा कारगर साबित होगा। वन्य प्राणी विभाग ने मानसून के मौसम और जंगल के रास्तों की खराब स्थिति को देखते हुए जुलाई से पार्क में जंगल सफारी को बंद कर दिया था।Haryana news
बता दें कि पार्क की जंगल सफारी हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पर्यटकों के बीच खासी लोकप्रिय है। 16 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर खुली जिप्सी में प्रकृति की गोद में वन्य जीवों को करीब से देखने का अनुभव हर किसी को रोमांचित करता है। चीता, तेंदुआ, हाथी, हिरण, जंगली सूअर, लोमड़ी और जहरीले सांप जैसे जीव-जंतु इस सफारी को और आकर्षक बनाते हैं।
जानकारी के मुताबिक, 11570 एकड़ में फैला कलेसर नेशनल पार्क अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता के लिए जाना जाता है। ये पार्क हिमाचल प्रदेश के सिंबलबारा और उत्तराखंड के राजाजी नेशनल पार्क से सटा हुआ है। जिस कारण अक्सर हिमाचल और उत्तराखंड से हाथी, तेंदुए और चीते कलेसर के जंगलों में विचरण करते दिख जाते हैं।Haryana news
मिली जानकारी के अनुसार, दुबई मॉडल पर आधारित सफारी कलेसर नेशनल पार्क की जंगल सफारी को दुबई के मॉडल पर विकसित किया है।

















