Haryana News: हरियाणा सरकार ने झज्जर का संस्कारम हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर और हिसार के बरवाला स्थित वेदामृता हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड को अपने पैनल में शामिल किया है। अब इन अस्पतालों में सरकारी कर्मचारी, पेंशनभोगी और उनके आश्रित निर्धारित बीमारियों की जांच और उपचार करवा सकेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने बताया कि सरकार कर्मचारियों और पेंशनरों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पैनल अस्पताल में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जो शिकायत या सुझाव के मामले में सीधे आयुष विभाग से संपर्क करेगा।
निजी आयुष अस्पताल पैनल की विशेषताएं
पैनल में शामिल निजी आयुष अस्पताल विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं और बीमा प्रदाताओं के साथ जुड़े होते हैं। इनमें आयुष्मान भारत, CGHS (केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना) और कई निजी स्वास्थ्य बीमा कंपनियां शामिल हैं।
NABH द्वारा मान्यता प्राप्त
इन अस्पतालों को पैनल में शामिल होने के लिए अक्सर NABH (National Accreditation Board for Hospitals & Healthcare Providers) से मान्यता प्राप्त करनी होती है। यह मान्यता सुनिश्चित करती है कि अस्पताल उच्च गुणवत्ता, नैतिक और सुरक्षित उपचार प्रदान करते हैं।
पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धति से इलाज
आयुष उपचार में आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी जैसी पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धतियाँ शामिल हैं। पैनल अस्पतालों में इलाज करवाने पर लाभार्थियों को खर्च सीधा बीमा कंपनी या योजना प्रदाता द्वारा दिया जाता है, जिससे उन्हें अपनी जेब से पैसे नहीं देने पड़ते।

















