Haryana News: हरियाणा के पानीपत में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवक ने 30 साल पहले लापता हुए अपने पिता की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया है। युवक के अनुसार पिता के लापता होने के बाद मेरी मां ने दूसरी शादी कर ली थी। मुझे सरकारी नौकरी करनी है। जल्द ही हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन की ओर से ग्रुप-डी की भर्तियों के लिए एग्जाम होगा।
इस परीक्षा में उन उम्मीदवारों को 5 नंबर एक्स्ट्रा मिलेंगे जिनके माता-पिता नहीं है, लेकिन इसके लिए फॉर्म भरते हुए सर्टिफिकेट अपलोड करना पड़ेगा। इसलिए मैंने अपने पिता की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया है। मेरे पास पिता की कोई फोटो नहीं है।
युवक की पिता की गुमशुदगी पर 4 बातें…
मैंने पिता को कभी नहीं देखा: रोहतास ने बताया की वह खेती करता ह। घर पर पत्नी कमलेश और 15 साल का बेटा है। उसके पिता का नाम जिले सिंह है। मैंने उन्हें कभी नहीं देखा। मेरे पास पिता की कोई फोटो नहीं है। आज उनकी उम्र 65 साल के करीब होगी। जब मैं 2 से 3 साल का था तो पिता घर से अचानक कहीं चले गए। परिवार के लोगों ने उन्हें काफी ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिले। इसके बाद मां कलावती ने दूसरी शादी कर ली।
ताऊ-चाचा ने पालन पोषण किया: युवक ने बताया कि मां-बाप के बाद बचपने से लेकर अब तक ताऊ-चाचा के पास रहा। उन्होंने ही मेरा पालन पोषण किया। जब पिता घर से निकले थे, तब उनकी फोटो घर पर थी। धीरे-धीरे परिवार बिजी होता चला गया और किसी ने पिता की फोटो पर गौर नहीं किया, इसलिए अब उनकी फोटो नहीं है।
माता-पिता नहीं होने का सर्टिफिकेट चाहिए: रोहतास ने बताया कि वहाँ 12वीं पास है। HSSC की ओर से ग्रुप डी की पोस्टों के लिए सीईटी होना है। इस परीक्षा में उन कैंडिडेट्स को 5 नंबर अतिरिक्त दिए जाएंगे जिनके माता-पिता नहीं है। इसके लिए कैंडिडेट को एक अधिकृत सर्टिफिकेट जमा करवाना होता है, जो यह साबित करे कि उसके माता-पिता नहीं है।
पहले भी एग्जाम दिया था: उसने बताया कि मां की दूसरी शादी हो चुकी है और पिता गायब है। इसलिए मैने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पहले भी मैनें ग्रुप डी की परीक्षा दी थी, लेकिन सफल नहीं हो पाया। इस बार मैं ये सर्टिफिकेट लगाकर फॉर्म भरूंगा। इससे मुझे 5 नंबर की छूट मिल जाएगी।

















