Haryana news: दिल्ली से अमृतसर तक बुलेट ट्रेन को मिली हरी झंडी, इस गांवों से गुजरेगी ट्रेन

बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के 343 गांवों से जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इस अधिग्रहण का सबसे बड़ा हिस्सा पंजाब में होगा, जहां 186 गांवों की जमीन ली जाएगी।
BULET TRAIN

Haryana news: भारत सरकार की तरफ से एक बड़ी घोषणा की गई है, जो हरियाणा और पंजाब के निवासियों के लिए खुशखबरी लेकर आई है। सरकार दिल्ली से अमृतसर तक चलने वाली बुलेट ट्रेन के निर्माण के लिए इन दोनों राज्यों के 321 गांवों की ज़मीन का अधिग्रहण करेगी। इन गांवों के ज़मीन मालिकों को उनकी ज़मीन का मुआवजा पांच गुना अधिक दिया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य बुलेट ट्रेन के निर्माण में आने वाली बाधाओं को दूर करना और प्रगति की गति को तेज करना है।

दिल्ली से अमृतसर तक बुलेट ट्रेन का सर्वे शुरू

केंद्र सरकार ने दिल्ली से अमृतसर तक बुलेट ट्रेन के लिए एक व्यापक सर्वेक्षण की शुरुआत कर दी है। इस बुलेट ट्रेन की विशेषता यह है कि यह ट्रेन 350 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति से दौड़ेगी। ट्रेन की रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी और औसतन 250 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यात्रा करेगी। इस बुलेट ट्रेन में एक समय में लगभग 750 यात्री सफर कर सकेंगे। इस नई बुलेट ट्रेन का मार्ग दिल्ली से लेकर अमृतसर तक फैला हुआ होगा, और इसमें 15 स्टेशन होंगे, जिनमें चंडीगढ़ भी शामिल है।

भूमि अधिग्रहण और मुआवजे की व्यवस्था

इस बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के 343 गांवों से जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इस अधिग्रहण का सबसे बड़ा हिस्सा पंजाब में होगा, जहां 186 गांवों की जमीन ली जाएगी। इनमें मोहाली के 39, जालंधर के 49, लुधियाना के 37, अमृतसर के 22, फतेहगढ़ साहिब के 25, कपूरथला के 12 और तरन तारन तथा रूपनगर जिले के एक-एक गांव की जमीन शामिल होगी।

 

TRAIN

सरकार ने किसानों और जमीन मालिकों के साथ इस प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए आईआईएमआर एजेंसी के माध्यम से कई बैठकें आयोजित की हैं। इन बैठकों में भूमि मालिकों को बताया जा रहा है कि उन्हें उनकी ज़मीन के लिए निर्धारित कलेक्टर दर से पांच गुना अधिक मुआवजा दिया जाएगा। यह निर्णय किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है ताकि वे इस परियोजना से प्रभावित होने के बावजूद आर्थिक रूप से लाभान्वित हो सकें।

किसानों के साथ सरकार की बैठकें

आईआईएमआर एजेंसी के अधिकारी लगातार किसानों के साथ बैठकें कर रहे हैं ताकि भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा किया जा सके। इन बैठकों में किसानों को मुआवजे की राशि और अन्य संबंधित पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि इस प्रक्रिया में किसी भी किसान को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं होगा, और मुआवजे की राशि उचित और समय पर दी जाएगी।

बुलेट ट्रेन परियोजना का महत्व

दिल्ली से अमृतसर तक की बुलेट ट्रेन परियोजना केवल एक रेलवे लाइन के निर्माण से कहीं अधिक है। यह परियोजना भारतीय रेलवे के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित होने वाली है। इस ट्रेन के चालू होने से न केवल यात्रा की गति में वृद्धि होगी, बल्कि यह दिल्ली और अमृतसर के बीच की यात्रा को एकदम आसान और तेज बना देगी। साथ ही, यह परियोजना भारत में बुलेट ट्रेन के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश में आधुनिक यातायात अवसंरचना के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।

यह बुलेट ट्रेन परियोजना भारत के आर्थिक विकास में भी एक प्रमुख योगदान देने वाली है। इस ट्रेन से यात्रा करने वाले लोगों के लिए समय की बचत होगी, और यह व्यापार, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में भी वृद्धि का कारण बनेगी। इसके अलावा, इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे, क्योंकि रेलवे नेटवर्क और ट्रेन के संचालन के लिए कई नई नौकरियां उत्पन्न होंगी।

भूमि अधिग्रहण का विरोध और समाधान

हालांकि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को लेकर कुछ किसान और भूमि मालिक विरोध भी कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने इस विरोध को शांत करने के लिए उचित कदम उठाए हैं। आईआईएमआर एजेंसी के अधिकारी किसानों से मिलकर उन्हें समझा रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उनकी ज़मीन का उचित मुआवजा मिले। मुआवजा राशि की बढ़ोतरी से किसानों को आश्वासन मिला है कि उन्हें नुकसान नहीं होगा, बल्कि वे इस परियोजना से आर्थिक रूप से लाभान्वित होंगे।

समग्र लाभ

इस बुलेट ट्रेन परियोजना का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि यह यात्रा को अधिक समय बचाने वाली और सुविधाजनक बनाएगी। दिल्ली से अमृतसर तक की यात्रा पहले जो घंटों में होती थी, वह अब इस तेज़ ट्रेन के चलते महज कुछ घंटों में पूरी की जा सकेगी। इसके अलावा, इस ट्रेन के मार्ग के साथ जुड़े अन्य क्षेत्रों में भी विकास होगा, जैसे कि स्टेशन, सड़कें, और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं। इन परियोजनाओं से उस इलाके की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और वहां रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

दिल्ली से अमृतसर तक बुलेट ट्रेन के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया सरकार द्वारा तय किए गए मुआवजे के साथ आगे बढ़ रही है। इस परियोजना से न केवल हरियाणा और पंजाब के निवासियों को लाभ होगा, बल्कि यह पूरे देश की आर्थिक और यातायात प्रणाली के लिए एक बड़ा कदम साबित होगा। जमीन मालिकों को मिलने वाला पांच गुना मुआवजा इस प्रक्रिया को और भी समावेशी और लाभकारी बना रहा है। अब देखना यह है कि इस परियोजना की गति कितनी तेज होती है और यह कब तक पूरी होती है।