Haryana News: हरियाणा के मानेसर नगर निगम ने बिल्डरों से मिलकर एक बडा खेल रच दिया है। गांव झुंड सराय की करी 28 एकड़ जमीन गौचारे की है। उसे एक निजी बिल्डर को पार्क बनाने के लिए बेच दिया है।
लोगो मे रोष: जैसे ही लोगो को स इस फैसले का पता चला तो ग्रामीणों में गहरा आक्रोश जताया। इतना इसके विरोध प्रदशर्न किया भी अभी भी जारी है। लोगो का कहना है गांव झुंड सराय की वह 8 एकड़ मवेशियों के चारे के लिए इस्तेमाल होती थीं। बिना किसी सोच समझे इसे बिल्डर को देना गलत है।
आजकल गोवंश की जमीन विवादो में आ गई है। मानेसर नगर निगम ने गौचारे की जमीन को बिल्डर को क्यों बेचा। इस फैसले से ग्रामीणों में गहरा रोत जातायश है। बता दे कि ये जमीन बिल्डर की प्रस्तावित रेजिडेंशियल कॉलोनी के पास स्थित है और इससे उसे अरबों रुपये की जमीन को ओने पोने दामो में बिल्डर को दे दिया गया हैं
गुस्सए लोगो ने निगग इस फैसले के खिलाफ जमकर विरोध किया तथा हाल में बिल्डर द्वारा लगाए गए होर्डिंग और दीवारों को तोड़ दिया। जब काफी विरोध हुआ तो , नगर निगम मानेसर ने जमीन पर अपने स्वामित्व का बोर्ड लगा दिया है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस इलाके में खेल स्टेडियम या कोई सार्वजनिक उपयोग का स्थान नहीं है, जबकि यह जमीन इस उद्देश्य के लिए बहुत उपयुक्त हो सकती है।
पार्क बनाने के प्रयास: बता दे कि चतले मानेसर नगर निगम और बिल्डर एम3एम इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड की मिली भगत के चलते 30 अक्तूबर 2024 को एक समझौता हुआ था। इस एमओयू के अनुसार, बिल्डर यहां हर्बल पार्क बनाएगा।
सरपंच अनिल यादव ने आरोप लगाया कि अधिकारियों और बिल्डर के बीच गहरी मिलीभगत है। इसे किसी कीमत पर सहन नही किया जाएगा।