Haryana News: हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित यूटी गेस्ट हाउस में ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक में बिजली आपूर्ति, रिकवरी, मेंटेनेंस और चोरी रोकने के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
अनिल विज ने स्पष्ट किया कि अब बिजली मुफ्त नहीं मिलेगी और सभी उपभोक्ताओं को बिल समय पर भरना होगा। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी पर किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे उपभोक्ताओं के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि चोरी करने वालों का डेटा एकत्रित किया जाए और एक महीने के भीतर ठोस कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
विज ने कहा कि पेड़ों की शाखाओं से टकराने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित होती है। इसे रोकने के लिए राज्यभर में पेड़ों की कटाई और छंटाई की जाएगी। ओवरलोडेड ट्रांसफार्मरों और कंडक्टरों का अपग्रेडेशन किया जाएगा। प्रत्येक ट्रांसफार्मर के लिए अलग बैंक बनाए जाएंगे ताकि खराब ट्रांसफार्मर तुरंत बदले जा सकें। मेंटेनेंस टीमों में पर्याप्त स्टाफ और सुरक्षा उपकरण अनिवार्य होंगे।
विज ने निर्देश दिए कि दीपावली के दिन किसी भी सर्कल में बिजली बाधित नहीं होनी चाहिए। इसके लिए सभी कॉल सेंटर सुचारू रूप से चलाए जाएंगे और शिकायत केंद्रों के नंबर सार्वजनिक किए जाएंगे। उन्होंने सबस्टेशनों को बाढ़ से बचाने के लिए भी कदम उठाने के आदेश दिए।
बैठक में बताया गया कि अप्रैल से सितंबर 2025 तक उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ने 492.57 करोड़ रूपये और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने 489.65 करोड़ रूपये की वसूली की। विज ने कहा कि बिजली चोरी और बकाया वसूली वाले क्षेत्रों में सरपंचों की मदद से व्यापक अभियान चलाया जाएगा।
अनिल विज ने अंत में कहा, “बिजली विभाग की छवि सुधारना हम सबकी जिम्मेदारी है। हम चाहते हैं कि हरियाणा की बिजली कंपनियां शेयर मार्केट में सूचीबद्ध होकर शीर्ष स्थान पर हों।” बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव अपूर्व कुमार सिंह, यूएचबीवीएन के एमडी अशोक मीणा, डीएचबीवीएन के एमडी अशोक गर्ग, और ट्रांसमिशन निगम के एमडी जे. गणेशन सहित राज्यभर के मुख्य अभियंता और अधीक्षक अभियंता उपस्थित थे।

















