Haryana news: हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम जिले में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100 फीट ऊंची प्रतिमा और अटल पार्क बनाने की योजना की शुरुआत की है। इस पार्क में एक बायोडायवर्सिटी पार्क, पुस्तकालय और बच्चों के खेलने के लिए विभिन्न खेल उपकरण भी होंगे। यह पार्क 7 एकड़ भूमि पर स्थित होगा और इसकी स्थापना धमारपुर गांव में की जाएगी। इस परियोजना का उद्देश्य अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करना है।
यह योजना पहले 2021 में पूर्व मुख्यमंत्री मंनोहलाल खट्टर द्वारा घोषणा की गई थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशों के बाद इसे तेजी से आगे बढ़ाया गया है।
नगर निगम ने इस परियोजना के लिए एक सलाहकार एजेंसी को नियुक्त करने के लिए निविदाएं जारी कर दी हैं। परियोजना का कार्य नगर निगम को सौंपा गया है, जबकि पहले यह जिम्मेदारी HSVP (Haryana Shahari Vikas Pradhikaran) को दी गई थी।
अटल पार्क और स्मृति केंद्र का उद्देश्य
इस अटल पार्क और स्मृति केंद्र का मुख्य उद्देश्य पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को याद करना है। यह पार्क उनके जीवन, कार्य और उनके राष्ट्र निर्माण में किए गए योगदानों को श्रद्धांजलि देने के रूप में बनेगा। अटल वाजपेयी की 100 फीट ऊंची प्रतिमा इस पार्क का आकर्षण होगा, जो हरियाणा के नागरिकों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनेगी।
इसके साथ ही, पार्क में एक बायोडायवर्सिटी पार्क भी विकसित किया जाएगा, जो पर्यावरण और प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ावा देने का कार्य करेगा। यह बायोडायवर्सिटी पार्क न केवल प्रदूषण को कम करेगा, बल्कि यह स्थानीय वनस्पतियों और जीवों की सुरक्षा और संरक्षण में भी मदद करेगा।
पार्क में पुस्तकालय और खेल उपकरण की सुविधा
अटल पार्क के अंदर एक पुस्तकालय भी बनाया जाएगा, जहाँ लोग अध्ययन और पढ़ाई के लिए आ सकते हैं। यह पुस्तकालय नागरिकों के लिए एक शैक्षिक केंद्र के रूप में कार्य करेगा और उन्हें नए ज्ञान की प्राप्ति के लिए प्रेरित करेगा।
इसके अलावा, बच्चों के खेलने के लिए विभिन्न प्रकार के खेल उपकरण भी पार्क में लगाए जाएंगे। इससे यह पार्क परिवारों के लिए एक आदर्श स्थल बन जाएगा, जहाँ वे न केवल इतिहास और संस्कृति से जुड़ेंगे, बल्कि अपने बच्चों के लिए खेल और मनोरंजन के अवसर भी प्राप्त करेंगे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि कोई भी योजना लंबित नहीं रहनी चाहिए और जिन अधिकारियों द्वारा घोषणाओं को लागू नहीं किया जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसी निर्देश के बाद नगर निगम ने इस परियोजना की प्रक्रिया को तेज किया और सलाहकार एजेंसी के चयन की प्रक्रिया को शुरू किया।
गुरुग्रामवासियों के लिए नया सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल
इस पार्क का निर्माण गुरुग्राम के लोगों के लिए एक नया सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल होगा, जो उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान की याद दिलाएगा और साथ ही क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा देगा। यह पार्क न केवल स्थानीय लोगों के लिए एक ऐतिहासिक स्मारक होगा, बल्कि यह पर्यटकों के लिए भी एक प्रमुख स्थल के रूप में उभर कर सामने आएगा।
गुरुग्राम में इस पार्क के निर्माण से यहां के नागरिकों को एक सांस्कृतिक स्थल मिलेगा, जहां वे अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ सकेंगे और साथ ही पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान देंगे। इस परियोजना का उद्देश्य शहर के विकास के साथ-साथ समाज में सांस्कृतिक और पर्यावरणीय जागरूकता भी फैलाना है।
इस पार्क का निर्माण कार्य एक ऐतिहासिक महत्व का कदम होगा, क्योंकि यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को हमेशा के लिए याद रखेगा। उनकी नीतियों, उनके विचारों और उनके नेतृत्व को इस पार्क के माध्यम से आने वाली पीढ़ियों के लिए संजोया जाएगा। इस पार्क के उद्घाटन के साथ ही वाजपेयी जी के योगदान को आगे बढ़ाने के लिए एक नया मंच मिलेगा, जहां लोग उनकी विचारधारा और उनके दृष्टिकोण को समझ सकेंगे।
प्रभावित होने वाले क्षेत्र और विकास की दिशा
इस परियोजना से न केवल गुरुग्राम का शहरी क्षेत्र प्रभावित होगा, बल्कि आसपास के गांवों और नगरों में भी सकारात्मक बदलाव आएगा। पार्क के निर्माण से आसपास के क्षेत्रों में विकास होगा, जैसे कि सड़कें, जल आपूर्ति, पार्किंग और अन्य बुनियादी सुविधाएं। यह पूरे इलाके में आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।
अटल पार्क के निर्माण के साथ ही यह क्षेत्र एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन जाएगा, जिससे गुरुग्राम की पहचान और भी बेहतर होगी। साथ ही, यह राज्य के पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा, क्योंकि बायोडायवर्सिटी पार्क के माध्यम से यहां के प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100 फीट ऊंची प्रतिमा और अटल पार्क का निर्माण हरियाणा सरकार द्वारा उठाया गया एक बड़ा कदम है, जो न केवल अटल जी के योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करेगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा। इस परियोजना का उद्देश्य गुरुग्रामवासियों और आने वाली पीढ़ियों को एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल प्रदान करना है, जो उनके लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगा।