खत्म हुआ अहीरवाल का पुराना अकाल, आरती राव के मंत्री बनते ही मिली ‘चौधर’
Haryana New Cabinetर: रजनीति में कब क्या हो जाए इसका किसी का कुछ नहीं पता। समय बदलते देर नहीं लगती। करीब 56 साल पहले कभी पूर्व सीएम राव विरेद्र ने अटेली सीट पर धाक जमाई थी। एक बार फिर पौती आरती राव ने (Aarti Rao -MLA Ateli) अटेली पर जीत दर्ज कर अपनी पुश्तेनी धाक को याद किया है।
56 साल बाद मिली चौधर
बता दे कि आरती राव के मंत्री बनने से 56 वर्ष बाद अहीरवाल को फिरसे चौधर मिली है। आरती राव ने महज 2500 मतों से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। इतना ही नही बहुत कम मतो से जीत को लेकर भी राव इंद्रजीत का काफी मलाल है।
महेंद्रगढ़ के अटेली विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक चुनी गईं ओर विधाायक बनते ही आरती राव ने ब मंत्री पद मिल गय है। मंत्री पद मिलने उनके समर्थक खुशी से झूम रहे है।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी और पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह की पोत्री आरती राव (Arti Rao) पहली बार विधायक बनी हैं। राव बीरेंद्र सिंह ने अटेली से ही चुनाव लड़ा था और मुख्यमंत्री बने थे। अब आरती राव से क्षेत्रवासियों को बड़ी उम्मीद हैं।Haryana New Cabinet
जानिए कौन है आरती राव: बता दे कि केंद्रीय मंत्री व गुरूग्राम के सांसद राव इंद्रजीत सिंह की बेटी और पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह की पौत्री आरती राव है। पहली बार विधायक बनने पर मंत्री बनाकर अहीरवाल को ही नहीं रामपुर हाउस को भछ तोहफा दिया गया है। आरती राव के पिता इंद्रजीत राव अहीरवाल क्षेत्र के बड़े नेता माने जाते हैं।Haryana New Cabinet
बडी मुश्किल से जीती है आरती राव
भले ही आरती राव को विधायक बनते ही मंत्री पद मिल गया हे, लेकिन महज 2500 मतों से जीत कोई जीत नहीं है। अतरलाल को 54274 वोट और भाजपा की आरती राव को 56,774 मत मिले थे। कांग्रेस की अनीता यादव को 29,474 वोट मिले थे। इस बार के विधानसभा चुनाव में उन्हें अटेली सीट से भाजपा का टिकट मिला था और उन्होंने जीत दर्ज कराई थी।Haryana New Cabinet
2017 में आरती ने रखा कदम
आरती राव स्नातक हैं और शूटिंग की खिलाड़ी रही हैं। पहले वह राजनीति से दूर थी। आरती राव ने 2001 और 2012 में शूटिंग वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था। 2017 में शूटिंग से संन्यास लेने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा था। पहली बार ही टिकट मिली तथा जीत के साथ मंत्री बनी।Haryana New Cabinet