Haryana: हरियाणा के औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा वासियो के लिए बडी खुशी की खबर है। लंबे समय से पीएचसी से 50 बेड का अस्तपाल बनाने की बाट जो रहे लोगो के लिए बडी खुशी की खबर है। उपचेयरमैन अजय जांगडा का का संघर्ष आखिर रंग लाया है। स्वास्थ्य विभाग के हाईकमान से पीएचसी को सीएचसी बनाने की अप्रूवल भेज दी है।
बता दे औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा में 1970 से कंपनियां लगनी शुरू हुई थी। इसी के चलते 1975 में रूरल डिपेंशरी स्थापित की गई थी। उसके बाद बिल्डिंग बनाककर 1998 यहां पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बना दिया गया है।
औद्योगिक कस्बे में श्रमिकों की मेडिकल सुविधाओ के लिए ईएसआई की ओर से डिस्पेंशरी व अस्पताल स्थापित किए जाते है। श्रमिको की सैलरी से कुछ मानेदय हर माह र्ईएसआई को भेजा जाता है। इसके बावजूद कस्बे में कोई बडा अस्पताल नहीं था। Rewari News

रेंफर सेटर बनी पीएचसी: कस्बे में 1975 में रूरल डिपेंशरी स्थापित की गई थी। उसके बाद बिल्डिंग बनाककर 1998 यहां पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बना दिया गया है। ऐसे में 300 कंपनियो की श्रमिकों के साथ कसबे की एक लाख आबादी की स्वास्थ्य सुविधा इसी पर टिकी हुई है। सुविधाओ के अभाव में ये पीएचसी रैफर सेंटर बना हुआ है।
26 साल से लोग पीएचसी के सहारे चले रहे थे जो बढी जनसंख्या के चलते न के बराबर है। 23 दिसंबर का उपचेयरमैन अजय जागडा ने पार्षद पूजा देवी, कमलेश देवी, सरोजबाला, राजकुमार, राहुल, प्रशांत, मनीषा, शीशपाल सहित 13 पाषदों ने आरती राव को ज्ञापन सोंपा था।
सुविधाओ के अभाव में घायलों हो रैफर कर दिया गया है। 50 बेड के अस्पताल के लिए स्वास्थ्य मंत्री आरती राव से मिले थे। Rao Inderjit Singh व आरती राव आश्वासन मिला था। अब अनुमति मिल गई है।
अजय जांगड़ा, उप चेयरमैन नपा
बढती जनता के चलते यहां पर अस्पताल होना जरूरी है। बडी खुशी की बात है कि पीएचसी को अपग्रेउ करके सीएचसी बनाय जाएगा।
डा जय प्रकाश, पीएचसी प्रभारी धारूहेडा

















