Haryana Kisan News: हरियाणा के किसानों के लिए एक अच्छी खबर आई है। राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने किसानों के हित में एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने घोषणा की है कि अब बागवानी करने वाले किसानों को खराब मौसम से नुकसान की चिंता करने की जरूरत नहीं है। हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना (CM Horticulture Insurance Scheme) शुरू की है, जिससे किसानों की सभी समस्याओं का समाधान होगा।
मंत्री श्याम सिंह राणा ने सभी किसानों से इस योजना का लाभ उठाने की अपील की है। बागवानी विभाग (Horticulture Department) के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि इस योजना का उद्देश्य किसानों को परंपरागत अनाज की खेती के बजाय ज्यादा मुनाफा देने वाली उच्च जोखिम वाली बागवानी फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित करना है।
मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना (CM Horticulture Insurance Scheme) का उद्देश्य
राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई यह योजना उन किसानों के लिए बहुत फायदेमंद होगी, जो मौसम की मार से नुकसान उठाते हैं। योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसान सब्जियों, मसालों और फलों की खेती को बिना किसी डर के कर सकें और किसी भी प्राकृतिक आपदा या खराब मौसम की स्थिति में उन्हें पूरा बीमा कवरेज मिल सके।
कौन-कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ हरियाणा राज्य के वे सभी किसान ले सकते हैं, जो बागवानी फसलों की खेती कर रहे हैं। योजना में पंजीकरण के लिए ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ (Meri Fasal Mera Byora) पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा।
योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए किसान अपने जिले के जिला उद्यान अधिकारी (District Horticulture Officer) से संपर्क कर सकते हैं या टोल-फ्री नंबर 1800-180-2021 पर कॉल कर सकते हैं।
कितना मिलेगा बीमा का लाभ?
इस योजना के तहत सरकार किसानों को 30,000 रुपये प्रति एकड़ तक का बीमा कवर सब्जियों और मसालों की फसलों के लिए और 40,000 रुपये प्रति एकड़ बीमा कवर फलों की खेती के लिए दे रही है।
बीमा राशि और प्रीमियम कितना होगा?
किसानों को इस योजना का लाभ लेने के लिए एक नाममात्र की बीमा राशि का भुगतान करना होगा:
- सब्जियों और मसालों की खेती के लिए 750 रुपये प्रति एकड़
- फलों की खेती के लिए 1,000 रुपये प्रति एकड़
योजना के प्रमुख लाभ:
✅ प्राकृतिक आपदा से सुरक्षा – किसानों को बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि, कीट संक्रमण और अन्य आपदाओं से हुए नुकसान की भरपाई मिलेगी।
✅ कम प्रीमियम, ज्यादा सुरक्षा – किसानों को बहुत कम राशि में लाखों का बीमा कवरेज मिलेगा।
✅ बागवानी को बढ़ावा – सरकार चाहती है कि किसान अनाज की पारंपरिक खेती से हटकर लाभदायक फसलों की ओर बढ़ें।
✅ सरल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया – किसान आसानी से ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
✅ राज्य सरकार की 100% सब्सिडी – बीमा प्रीमियम पर सरकार द्वारा 100% सब्सिडी दी जा रही है।
कैसे करें आवेदन?
1️⃣ सबसे पहले ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा (Meri Fasal Mera Byora)’ पोर्टल पर जाएं।
2️⃣ अपने खेत की जानकारी और बागवानी फसलों का विवरण दर्ज करें।
3️⃣ प्रीमियम की राशि का भुगतान करें।
4️⃣ सफलतापूर्वक पंजीकरण होने के बाद आपको बीमा योजना का लाभ मिलेगा।
हरियाणा सरकार का कृषि क्षेत्र में बड़ा कदम
हरियाणा सरकार का यह फैसला किसानों के लिए बेहद राहत देने वाला है। कई किसान मौसम की मार से अपनी फसलें बर्बाद होने के कारण कर्ज में डूब जाते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना अब किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगी।
किसानों के लिए यह योजना क्यों जरूरी है?
हरियाणा में हजारों किसान बागवानी फसलों की खेती करते हैं, लेकिन प्राकृतिक आपदाओं की वजह से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है। यह योजना उन किसानों को वित्तीय सुरक्षा देने के लिए शुरू की गई है, जो जोखिम लेकर बागवानी की खेती करते हैं।
हरियाणा सरकार का यह कदम राज्य में बागवानी उत्पादों को बढ़ावा देने और किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए मील का पत्थर साबित होगा। किसानों को अब डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना (CM Horticulture Insurance Scheme) उनके नुकसान की भरपाई करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
हरियाणा सरकार की मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना किसानों के लिए एक क्रांतिकारी पहल है। इससे राज्य में बागवानी फसलों को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को उनकी मेहनत का पूरा मुआवजा मिलेगा। यदि आप हरियाणा के किसान हैं और बागवानी की खेती करते हैं, तो बिना देर किए ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें और इस योजना का लाभ उठाएं।

















