हरियाणा: हरियाणा में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। भाजपा सरकार ने नौ सालों में भ्रष्टाचार के 1536 मामले दर्ज किए हैं। हर साल एवरेज 171 केस यानि रह माह 15 केस दर्ज हुए! सरकारी विभागों की बात करें तो पुलिस और राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।
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जानिए कौन है टॉपर भ्रष्टाचार में: पिछले नो साल में दर्ज हुए केसो के चलते फरीदाबाद में सबसे अधिक 134 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, गुरुग्राम में 132, सोनीपत में 104, हिसार में 101, करनाल में 83 और पानीपत में 74 मामलों पर कार्रवाई की गई।
रिपोर्ट के मुताबिक 1536 में से 1140 मामले एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) और 396 मामले पुलिस ने दर्ज किए हैं। सदन में रखी रिपोर्ट के मुताबिक इन नौ सालों में पुलिस में 366, राजस्व में 245, बिजली में 130, निकाय विभाग में 88, स्वास्थ्य विभाग में 56, शिक्षा विभाग में 51 और नॉन डिपार्टमेंट से संबंधित 88 भ्रष्टाचार के मामले दर्ज किए गए हैं।अगर आपको केंसर है तो घबनाए नहीं, कैंप में आए, निशुल्क परामर्श व दवा पाएं
मलिक ने भ्रष्टाचार में वृद्धि या कमी का वर्षवार ब्योरा भी मांगा था। मगर उन्हें यह जानकारी नहीं दी गई। इस पर उन्होंने सदन में आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में हरियाणा का दोष सिद्धि दर (कन्विक्शन) बहुत कम है।हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा ने प्रकोष्ठ संयोजक नियुक्त किए, यहां जानिए किसको मिला कहां का कार्यभार
उनके मुताबिक हरियाणा का दोषसिद्धि दर 33.9 फीसदी है। इस पर विज ने पूछा कि उनकी जानकारी क्या स्रोत है। इस पर विज ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में हरियाणा का दोष सिद्धि दर 47.5 फीसदी है। उसके बाद मलिक ने कहा कि आपको कुछ नहीं पता।