Hailstorm: पिछले चार-पांच दिनों से मौसम खराब चल रहा है। जिसे देखते हुए कुछ किसानों ने आनन-फानन में सरसों की फसल की कटाई भी शुरू कर दी है। लेकिन जिले में मात्र 5 से 10 प्रतिशत किसानों ने ही सरसों की कटाई की है। शुक्रवार हो रेवाड़ी में हुई भारी बरसात व ओलावृष्टि ने किसानों की पकी-पकाई फसल को नष्ट कर दिया है।
70 गांवो में तबाई: किसानों ने शुक्रवार रात को हुई ओलावृष्टि के चलते महज 5 मिनट की सरसों व गेहूं की फसल बिछा दी है। ओलावृष्टि व बरसात ने एक बार फिर किसानों के अरमान पर पानी फेर दिया है। साल की मेहनत मिट्टी में मिला दी है।Hailstorm
किसानों की उडी नींद: बता दे ज्यादातर सरसों की फसल अभी खेतों में ही पक्की पकाई खड़ी है। जबकि गेहूं की फसल पकने के कगार पर है। शुक्रवार को बरसात होनी शुरू हो गई। रेवाडी के करीब 70 से ज्यादा गांवों में फसल ओलावृष्टि से खराब हो गई है।
किसानों पर टूटा कुदरत का कहर: किसानों का कहना है कि हर बार फसल पकने के दिनों में मौसम खराब हो जाता है। इसा बार एमएसपी पर फसल बेचने से काफ राहत की उम्मीद दी, लेकिन ओलावृष्टि उनकी फसलों को बर्बाद कर दिया है।
किसानों ने कहा कुछ माह भी ओलावृष्टि से फसले बरबाद हो गइ थी। पिछली क्षतिग्रस्त फसलों का ही मुआवजा प्राप्त नहीं हुआ है कि फिर से उनकी फसल में भगवान ने तबाई मचा दीHailstorm
किसवान। उन्होंने कर्ज लेकर खेतों में बिजाई की थी। सोचा था फसल बेचकर कर्ज उतार देंगे, लेकिन फिर से कूदरत ने एक बार फिर हमारे साथ धोखा कर दिया है।Hailstorm

















