Green Field Express Way: देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे बन कर तैयार, हर 40 किलो मीटर पर बनाए गए है रेस्ट वे

फिनिशिंग का काम बाकि है एक्सप्रेस वे पर तेजी हो रहा है कार्य
Green Field Express Way: हिंदुस्तान विकास कार्यो को लेकर आसमान छू रहा हैं। तकनीकी क्षेत्र या फिर एक्सप्रसे वे हर राज्यो में इंफ्रास्ट्रक्चर तेयार किए जा रहे है। यही कारण है आज पूरी दुनिया तरक्की के आसमान को छूते हिन्दुस्तान की तस्वीर देख रही है।

देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस वे का निर्माण लगभग पूरा हो चूका है जो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई को जोड़ता हाइवे है, जिससे दिल्ली से मुंबई का सफर आधा हो जाएगा।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे अब लगभग बनकर तैयार हो चुका है। ये एक्सप्रेस वे दिल्ली और मुंबई जैसे कई बड़े शहरों को अलवर से भी जोड़ने का काम करेगा। इस एक्सप्रेस वे का लगभग काम पूरा हो चुका है।
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बस अब फिनिशिंग (Finishing) का काम बाकि है जो काफी तेजी से चल रहा है। बताया जा रहा है कि एक्सप्रेस वे (Express way) का काम 96% तक पूरा हो चुका है। अब जल्द ही इस एक्सप्रेस वे के शुरू होने की उम्मीद भी जताई जा रही है।

ये एक्सप्रेस वे भारतमाला प्रोजेक्ट (projects)  के अंतर्गत बनाया गया है जो कई बड़े शहरों को अलवर से जोड़ेगा। हरियाणा की सीमा के पास रसगण से अलवर ज़िले में प्रवेश कर ये एक्सप्रेस वे मौजपुर सीमा सुरक्षा बल के केंद्र से होकर गुजरने वाला है। वहीं अब यहां रोड और ओवरब्रिज भी बनकर तैयार हो चुके हैं। उम्मीद है कि एक्सप्रेस वे का पूरा काम मार्च के अंत तक खत्म हो जाएगा।

हर 40 किलोमीटर बनेगें रेस्ट वे: विभाग के मुताबिक मार्च में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे  (Delhi mumbai Express way) को गुरुग्राम से दौसा तक शुरू किया जा सकता है। क्यूंकि यहाँ निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेस वे पर यात्रियों की सुविधा के लिए 40-45 किमी की दूरी पर रेस्ट वे भी बनाए गए हैं।
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वहीं एक्सप्रेस वे पर होटल, ढाबा, पेट्रोल पंप जैसी सुविधाओं को भी 8 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाने की बात कही जा रही है। बस यहाँ अब तेजी से फिनिशिंग का काम चल रहा है।

बताया जा रहा है कि दिल्ली में भी इस एक्सप्रेस वे पर सिर्फ रेलवे फ्लाईओवर का काम ही बाकि रह गया है। जिसके लिए रेलवे की अनुमति लेना भी बेहद जरूरी है। वहीं इस निर्माण कार्य के दौरान रेलों का रूट भी डायवर्ट किया जाएगा।
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वहीं बांदीकुई आगरा रेलवे ओवर ब्रिज का काम पूरा हो चुका है। बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेस वे पर यात्री सिर्फ उतार चढ़ाव की मदद से ही चढ़ सकेंगे। अन्य किसी जगह से इस एक्सप्रेस वे पर चढ़ने की जगह भी नहीं दी गई है। अलवर निवासी भी बड़ौदामेव के शीतल से एक्सप्रेस वे पर चढ़ सकेंगे। वहीं अब इस एक्सप्रेस वे से सफर भी आसान हो जाएगा।

आपको बता दें कि यह हाईवे केंद्र सरकार तथा सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है। इस हाईवे को देश भर में सबसे बड़ा राजमार्ग माना जा रहा है, जोकि देश के 6 राज्यों से गुजरता हुआ मुंबई तक जाएगा।
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इस हाईवे के निर्माण पर करीब एक लाख करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान जताया जा रहा है। इस हाईवे का लाभ सभी 6 राज्यों को मिलेगा और बिजनेस व रोजगार की दृष्टि से इसे अति महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे इस हाईवे पर सफर का अपना अलग ही आनंद होगा। हालांकि यह पूरी तरह से टोल शुल्क पर आधारित है, इसके बावजूद नितिन गडकरी का मानना है कि इस हाईवे पर दिल्ली व हरियाणा से मुंबई जाने में 24 की बजाए महज 12 घंटे लगेंगे।

वह देश में ऐसे और बहुत से हाईवे बनाने जा रहे हैं, जिस पर सफर करने से ना केवल लोगों का समय बचेगा, बल्कि पेट्रोल व डीजल की भी बचत होगी।