Golden opportunity for job abroad: अगर आप विदेश में नोकरी चाहते है तो आपके लिए बडी खुशाी की खबर है.हरियाणा सरकार हुनर रखने वाले युवाओं को विदेश भेजने की तैयारी कर रही है. सरकार ने केवल इन युवाओ को रोजगार देगी वही अच्छा मानदेय भी दिया जाएगा. हरियाणा कौशल रोजगार (Haryana news) निगम के माध्यम से ऐसे युवाओं को विदेश भेजने के लिए रिक्तियां निकाली जाएंगी.
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार हरियाणवी प्रतिभावान युवाओं को वैश्विक स्तर स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए कटिबद्ध है.
हरियाणा सरकार अब जर्मनी, यूके, नीदरलैंड और दुबई में भी प्रदेश के युवाओं के लिए नौकरियों देगी र राज्य सरकार (Haryana Govt) का विदेश सहयोग विभाग एक्टिव हो गया है. हालाकि पहले भी मनोहर सरकार के समय काफी युवाओ को विदेश में रोजगार दियाया था.
जानिए कितने युवाओ को मिलेगा रोजगार: इजरायल में निर्माण क्षेत्र के 225 युवाओं को शानदार वेतनमान पर नौकरियां दिलाई जाएगी. तंजानिया में राज्य के प्रतिभावान युवाओं को उनके नये स्टार्ट अप शुरु कराने मे सहायता के लिए भी विदेश सहयोग विभाग पूरी गंभीरता के साथ कार्यरत है. भारत सरकार और इजरायलय के बीच मोबिलिटी एमओयू के तहत राज्य के युवाओं को इजरायल भेजा जा चुका है.
चयन प्रकिया के लिए कार्रवाई जारी: इन युवाओं के लिए जरुरी दस्तावेज उपलब्ध कराने से लेकर उनकी जांच, मेडिकल परीक्षण और हर तरह के टेस्ट कराने तक की पूरी प्रक्रिया में राज्य सरकार ने मदद की है. लगभग 1 हजार युवाओं में से पहले चरण में 225 युवाओं को सलेक्ट कर उन्हें इजरायलय भेज दिया गया है.
जानिए कितना मिलेग वेतन: इन युवाओं का इजरायल में नौकरी का कॉन्ट्रैक्ट फिलहाल 1 साल के लिए है, जिसे 63 महीने यानी सवा 5 साल तक बढ़ाया जा सकता है. ओवर टाइम को लेकर वेतन की यह राशि डेढ़ से 2 लाख रुपये मासिक हो सकती है.
हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग के सलाहकार पवन चौधरी के मुताबिक इजरायल में प्रशिक्षित युवाओं को भेजने की यह प्रक्रिया चलती रहेगी. वहां पर जहां उन्हें हर महीने 1.37 लाख रुपये न्यूनतम वेतन मिलेगा.
इतने युवाओ को भेजा गया पश्चिमी अफ्रीका
बता दे कि चालक और कृषि क्षेत्र में कार्य के लिए हरियाणा सरकार क़े विदेश सहयोग विभाग व जर्मनी, कुवैत, यूके, नीदरलैंड और दुबई से बातचीत भी चल रही है. जैसे ही वहां से मांग भेजी जाएगी.
हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से ऐसे युवाओं को विदेश भेजने के लिए रिक्तियां निकाली जाएंगी. इस प्रकार हरियाणवी युवा विदेश में जाकर भी अपनी प्रतिभा दिखा पाएंगे. मुख्यमंत्री के ओएसडी के अनुसार हरियाणा के 52 युवाओं को पश्चिमी अफ्रीका में स्टार्टअप के लिए भेजा जा चुका है.
इस साल जुलाई में भी नये स्टार्टअप के लिए तंजानिया से बात जारी है. कृषि, आटो पार्ट, गत्ते की फैक्टरियां और रेडीमेड कपड़े के क्षेत्र में भी नये स्टार्टअप शुरू किए जाने की संभावनाएं खोजी जा रही है. इनमें से गत्ते बनाने की फैक्टरियां व रेडीमेड कपड़ों के स्टार्ट अप के काम पहले से भी चल रहें है.