हरियाणा: बारिश आना तो अच्छा है, लेकिन बाढ़ आजकल हरियाणा व पंजाब के लिए आफत बनी हुई है।
हरियाणा व पंजाब के 27 जिलो में बारिश का पानी मौत बनकर आया है। हरियाणा के 1000 से अधिक गांवो में पानी से तबाई मची हुई है। सबसे अहम बात यह है कई सालो के बाद इस बाढ से दिल्ली की भी हालत खराब हो गई है।
राहत कार्य में जूटी सरकार: घग्गर नदी के किनारे बने ‘धुस्सी बांध’ (मिट्टी के तटबंध) में आई दरारों को भर रहे हैं। पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने रविवार को कहा कि जबभराव से गांवो की हालत बदहाल हो गई है। जल निकासी दो दिन मे कर दी जाएगी तथा सभी स्कूल फिर से खोलें जाएंगे।
लगी हुई है टीमें
नियमित पेयजल आपूर्ति करने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे की मरम्मत पर भी काम चालू कर दिया है।
पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में बाढ़ का पानी कम होने के साथ, अधिकारियों ने बिजली फिर से शुरू करने का काम शुरू किया है।
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56 लोगों ने तोडा दम: राज्यों में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 56 लोगों की मौत हो गई है। इनमें से 29 लोगों की मौत पंजाब में और बाकी की मौत हरियाणा में हुई है।Haryana News: कैथल में डीसी को सौंपा ज्ञापन , क्षेत्रिय समाज ने दी चेतावनी
पंजाब और हरियाणा के कई जिले पिछले हफ्ते भारी बारिश से प्रभावित हुए, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और आवासीय और कृषि भूमि के बड़े हिस्से में पानी भर गया।
31 जिलों में बारिश का कहर: बारिश के कारण आई बाढ़ से पंजाब के 14 और हरियाणा के 17 जिले प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसी भी बीमारी के प्रकोप को रोकने के लिए कदम उठाने के लिए कहा गया है।इतना ही इन इलाको की सर्वे भी करवाई जाएगी ताकि कोई बीमारी नही पनपे
5 हजार लोगों को पहुंचा बाहर
पंजाब के विभिन्न बाढ़ प्रभावित जिलों में जलभराव वाले क्षेत्रों से अब तक 25,000 से अधिक लोगों को और हरियाणा में 5,300 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अगर समय रहते इनकी सहायता नही करते तो इनमे कई लोग दम तोड सकते थे।