Earthquake in Delhi-NCR: दिल्ली-एनसीआर में रविवार को एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रविवार को भूंकप के चलते राजधानी दिल्ली सहित आसपास के शहरों फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा झटके लगे।

फरीदाबाद का केंद्र: जेसे की भूंकप का झटका लोग घरो से बहार आ गए। विभाग के अनुसार केंद्र फरीदाबाद था। रिक्टल स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.1 रही। बार बार रहे भूंकप मानव जीवन के लिए ठीक नही है।
इसदिन भी आये थे जोरदार झटके
दिल्ली-एनसीआर सहित आसपास के शहरों में 3 अक्टूबर को भी भूकंप आया था। दोपहर को 02:51 बजे भूकंप के झटके लगे थे। उस दौरान भूकंप की तीव्रता 6.2 रही थी। दोपहर में आए भूकंप का केंद्र नेपाल में था। एक बार फिर झटके आने से लोगो में भय बना हुआ है।

जानिए क्यो आते है भूकंप: दरअसल ये पृथ्वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है। ये प्लेट्स कई बार आपस में टकरा जाती हैं। बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
कैसे मापी जाती है तीव्रता? (How is intensity measured?)
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से की जाती है। रिक्टर स्केल भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना होता है, इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता ह। . रिक्टर स्केल पर भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। ये स्केल भूकंप के दौरान धरती के भीतर से निकली ऊर्जा के आधार पर तीव्रता को मापता है।

















