Delhi News: दिल्ली और आसपास के इलाकों में सब्ज़ियों की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की रसोई पर सीधा असर डाला है। खासकर टमाटर और प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं, जिससे लोगों को अपनी रसोई बजट को संतुलित करना पड़ रहा है। टमाटर के दाम खुदरा बाजार में ₹80 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं, जबकि प्याज की कीमतें भी काबू से बाहर हैं। ऐसे में आम लोग सोचने लगे हैं कि क्या उन्हें टमाटर और प्याज जैसी बुनियादी सब्ज़ियों पर खर्च करना चाहिए।
केंद्रीय सरकार ने आम आदमी की जेब पर पड़ रहे बोझ को कम करने के लिए रियायती दरों पर टमाटर और प्याज बेचने का ऐलान किया है। यह सुविधा नेशनल कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (NCCF) के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है। NCCF ने टमाटर को ₹55 प्रति किलो और प्याज को ₹15 प्रति किलो की रियायती दर पर बेचने की शुरुआत कर दी है। यह पहल खासकर दिल्ली और गुरुग्राम के विभिन्न प्रमुख आउटलेट्स, मोबाइल वैन और अस्थायी स्टाल्स के माध्यम से की जा रही है, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
NCCF आउटलेट्स और रियायती दर की सुविधा
NCCF के स्टॉल और आउटलेट्स दिल्ली के कृषि भवन, सीजीओ, आरके आश्रम, धौलाकुआं, सराय काले खां, उद्योग भवन, राजीव चौक, नेहरू प्लेस, रोहिणी सेक्टर 4, सुल्तानपुरी, शास्त्री पार्क, पटेल नगर, गोविंदपुरी सहित कई प्रमुख जगहों पर स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा, मोबाइल वैन और अस्थायी स्टाल्स से सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सस्ती सब्ज़ियां ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचें। इस पहल का मुख्य उद्देश्य महंगाई के इस दौर में आम उपभोक्ताओं को राहत देना है।
टमाटर की महंगाई के पीछे का कारण
टमाटर की बढ़ती कीमतों के पीछे असामयिक बारिश और फसल पर असर प्रमुख कारण हैं। छठ पूजा के बाद हुई बारिश ने कई सब्ज़ियों की फसल को प्रभावित किया है। दिल्ली में जो टमाटर बिक रहे हैं, वे अन्य राज्यों से आए हैं, जहां उत्पादन कम हुआ है। इस वजह से आपूर्ति और मांग के बीच अंतर बढ़ गया है। साथ ही, अन्य राज्यों से टमाटर लाने में परिवहन खर्च भी अधिक है, जिससे कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इस कारण आम आदमी के लिए टमाटर और प्याज जैसी बुनियादी चीज़ें खरीदना महंगा पड़ रहा है।

















