Delhi Jaipur Electric Highway: 20 KM पर चार्जिंग स्टेशन, 50 KM पर बनेगें इन्फ्रा डिपो

Delhi Jaipur Electric Highwayर: 20 किलो पर चार्जिंग स्टेशन, 50 पर बनेगें इन्फ्रा डिपो
Delhi Jaipur Electric Highwayर: 20 किलो पर चार्जिंग स्टेशन, 50 पर बनेगें इन्फ्रा डिपो

Delhi Jaipur Electric Highway: जिसका लोगो को इंतजार था वह अब पूरा होने वाला है। दिल्ली से जयपुर ई हाइवे पर ट्रायल शुरू हो गया है। जिसमें चलते 278 किलोमीटर के दौरान इलेक्ट्रिक बस और कार को महीने भर के लिए लगे चार्जर और तकनीक के साथ ट्रायल किया जाएगा।

देश में यातायात परिवहन में साइलेंट क्रांति का दौर शुरू हो चुका है। अब न सड़कों पर शोर होगा, न धुआं, न प्रदूषण होगा और न पेट्रोल की टेंशन। क्योंकि देश में ई बस और ई कार शुरू हो रही है। इलेक्ट्रिक बस और कैब बहुत जल्द पब्लिक ट्रांसपोर्ट का हिस्सा होंगी। इसके लिए देश के हाइवेज को तैयार किया जा रहा है।

बता दे कि नैशनल हाइवे फॉर इलेक्ट्रिक वीइकल्स ने इस साल वर्ल्ड ईवी डे के मौके पर दिल्ली से जयपुर ई-हाइवे के दूसरे और अंतिम फेज के ट्रायल रन की शुरुआत की थीं अभी 500 किलोमीटर का यह इलेक्ट्रिक हाइवे हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, और राजस्थान से गुजरेगा।

EV BUS

बिना ड्राइवर भी मिलेगी ई-कैब की सुविधा
बताया जा रहा है कि अगर आप दिल्ली से जयपुर के लिए इलेक्ट्रिक कार से जाना चाहते हैं. तो अपने घर पर ही ई-कैब बुला सकते है। वे चाहें तो ई-कैब को खुद ड्राइव करें, मतलब बिना ड्राइवर कैब मिल जाएगी।

 

जानिए कितने होगी चार्जिंग स्टेशन Delhi Jaipur Electric Highway
दिल्ली से जयपुर ई हाइवे पर ट्रायल शुरू हो गया है। इस रूट पर इलेक्ट्रिक वीइकल्स के चार्जिंग के लिए करीब 500 किलोमीटर पर 20 चार्जिंग स्टेशन और 10 इन्फ्रा डिपो बनाए जाने हैं। भारत में सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की औसत लागत रुपये से भिन्न होती है। 1 लाख से रु. 50 लाख के लगभग है।

स्टेशन बनाने में कितना लगता है समय
सामान्य तौर पर, ईवी बुनियादी ढांचे के निर्माण में आवश्यकता का निर्धारण करना, एक योजना विकसित करना, एक स्थान चुनना, परमिट प्राप्त करना, उपकरण स्थापित करना, परीक्षण करना और निरंतर रखरखाव शामिल है। इस प्रक्रिया में 1 लाख से रु. 50 लाख रूपए तक लागत आएगी और इसे पूरा होने में 12 महीने से लेकर 2 साल तक का समय लग सकता है

 

जानिए क्या होते है इलेक्ट्रिक हाईवे Delhi Jaipur Electric Highway
वहीं इलेक्ट्रिक हाईवे ऐसे हाईवे होते हैं, जिनमें कुछ इक्विपमेंट्स के जरिए ऐसा सिस्टम होता है, जिससे उनसे गुजरने वाली गाड़ियां बिना रुके ही अपनी बैटरी चार्ज कर सकती हैं। इसके लिए हाईवे पर ओवरहेड वायर या रोड के नीचे से ही इलेक्ट्रिक फ्लो करने का सिस्टम बना होता है।

 

यहां भी हो चुका ट्रायल: प्रोजेक्ट के डाइरेक्टर अभिजीत सिन्हा ने इंडिया गेट से ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि दिल्ली से आगरा के पिछले 210 किलोमीटर के तकनीकी ट्रायल के बाद अब 278 किलोमीटर के इस कॉमर्शियल ट्रायल से देश के पहले 500 किलोमीटर के इलेक्ट्रिक हाइवे बनने का रास्ता साफ जो जाएगा। Delhi Jaipur Electric Highway